पूर्वांचल ब्यूरो
किसान संगठनों के देशव्यापी आह्वान पर मऊ जंक्शन के बाहर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में सोमवार को किसान संगठनों के विभिन्न नेताओं तथा वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया।
इसके साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। किसानों के आंदोलन के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि काफी समय से देश का किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग कर रहा है। लेकिन, सरकार है कि किसानों से वार्ता को ही तैयार नहीं है और न ही किसान विरोधी कानूनों को वापस ले रही है।
सरकार द्वारा औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए ही कृषि कानून बनाया है। लखीपुर खीरी में हुई घटना की जितनी निंदा की जाए कम ही है। किसान किसी से डरने वाले नहीं हैं। हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र इस्तीफा नहीं देते, देश का अन्नदाता हार मानने वाला नहीं हैं।
इसके अलावा जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती किसानों का आंदोलन समाप्त नहीं होगा। प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना था कि कृषि के तीन काला कानून के कारण आज देश में मंहगाई चरम पर है। तीनों काले कानून को सरकार वापस ले। केंद्र व राज्य सरकार सभी मोर्चे पर विफल है। कहा कि केंद्र सरकार कानून वापस नहीं लिया तो आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा। प्रदर्शन करने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। किसानों के रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर जीआरपी, आरपीएफ सहित पुलिस विभाग के आला अधिकारी सतर्क रहे।