पूर्वांचल ब्यूरो
जिले के जमालपुर ब्लाक के करजी गांव के मध्य से गुजरे बेलहर माइनर पर जब सिंचाई विभाग ने पुल नहीं बनवाया तो गांव के लोगों ने लकड़ी का पुल तैयार कर नहर को सुरक्षित पार करने के लिए रास्ता तैयार कर लिए। इस गांव के लोग बीते दस वर्ष से नहर के पानी से हो कर उस पार स्थित सड़क तक की यात्रा करते थे। खासकर नहर संचालित होने पर गांव से लगभग पांच किमी दूर बनी पुलिया के रास्ते यात्रा तय करनी पड़ती थी।
क्षेत्र के करजी गांव के मध्य से सिंचाई विभाग ने फसलों की सिंचाई के लिए बेलहर माइनर बनवाया है। लगभग एक दशक पूर्व बनवाए गए इस माइनर को पार करने के लिए ग्रामीणों की मांग के बावजूद सिंचाई विभाग ने पुलिया का निर्माण नहीं कराया। ग्रामीणों की इस समस्या पर क्षेत्र के किसी जनप्रतिनिधि ने भी ध्यान नहीं दिया। बीते एक दशक से ग्रामीण नहर के पानी से हो कर दूसरी तरफ स्थित सड़क पर पहुंचते थे। तब गंतव्य की यात्रा शुरू करते थे। इससे सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं एवं बच्चों को हो रही थी। सिंचाई विभाग एवं जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से सबक लेते हुए ग्रामीणों ने खुद चंदा कर लोहे का गार्डर, बास-बल्ली और अन्य सामग्री खरीदकर पुल तैयार करने में जुट गए। करजी गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान कर सोमवार को पुल तैयार कर लिए। अब इस पुल के सहारे उन्हें गंतव्य तक पहुंचने में आसानी हो जाएगी।