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शोध में नैतिकता शोधकर्ता की जरूरत ही नही बल्कि जिम्मेदारी है : प्रो. तेजिंदर।
कुवि के वाणिज्य विभाग द्वारा सेंटर ऑफ कंटीन्यूइंग एजुकेशन व फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के सहयोग से आयोजित ‘रिसर्च एंड पब्लिकेशन एथिक्स कोर्स’ का समापन।
कुरुक्षेत्र, 19 अक्टूबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा सेंटर ऑफ कंटीन्यूइंग एजुकेशन व फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के सहयोग से आयोजित ‘रिसर्च एंड पब्लिकेशन एथिक्स कोर्स’ के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट डॉ. पवन कुमार शर्मा ने शिरकत की। उन्होंने आयोजकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह की कोशिशों से ही विश्वविद्यालय में शोध की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है व आज के रिसर्च स्कॉलर्स ही कल के शोधकर्ता हैं और अगर जड़ से ही उन्हें नैतिकता के गुण सिखाये जाएंगे तब ही इस देश में अव्वल दर्जे की शोध को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. तेजिंदर शर्मा ने बताया कि इस तरह का कोर्स विश्वविद्यालय में पहली बार आयोजित किया गया व कोशिश की गई कि प्रतिभागियों की बेहतरीन सीख व अनुभव के लिए अलग-अलग संस्थानों से शोध के विशेषज्ञों को बुलाया जाए। उन्होंने बताया कि किस तरह इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई ताकि प्रतिभागियों को इन सत्रों की मदद से शोध सम्बन्धी नैतिकता सिखाई जा सके।
कार्यक्रम में मंच का संचालन करते हुए अर्थशास्त्र विभाग की डॉ. अर्चना द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जिसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार ये कोर्स 12 दिन में प्रतिदिन 3 घंटे के सत्रों में विभाजित था। प्रतिदिन नए मुख्य वक्ता नए विषयों के साथ प्रतिभागियों के शिक्षण का कार्यभार सम्भालते रहे। मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. सुमित नरूला, डॉ. अनामिका गिरधर, प्रो. डांगी, प्रो. हरदीप चहल, डॉ. जितेंद्र, डॉ. मनोज जोशी, डॉ. चेतन शर्मा, डॉ. महाबीर नरवाल व डॉ. संजय कौशिक ने अहम भूमिका निभाई।
मुख्य वक्ताओं ने इम्पैक्ट फैक्टर, साइटेशन डेटाबेस, एथिक्स, प्लगरिसम, प्रेडट्री जर्नल्स, कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट, ओपन एक्सेस पब्लिकेशन्स जैसे मुश्किल विषयो को बहुत ही सहजता से प्रतिभागियों को समझाया व उनके संदेहों को भी दूर किया। कोर्स की सफलता व कमियों को जानने हेतु कुछ प्रतिभागियों से प्रतिक्रिया (फीडबैक) ली गयी जिसमें प्रतिभागियों ने स्पष्ट रूप से कार्यक्रम की सराहना की व बताया कि उन्हें बहुत कुछ इस कोर्स के जरिये सीखने को मिला।