पूर्वांचल ब्यूरो /अनुपम श्रीवास्तव
तीर्थपुरोहितों एवं स्थानीय नागरिकों के विरोध के कारण सुबह-ए-बनारस द्वारा न्यू अस्सी घाट पर शुरू कराई गई गंगा आरती दूसरे दिन भी रोकनी पड़ी। पंडा समाज ने सुबह-ए-बनारस संस्था पर उनके अधिकार क्षेत्र में प्रवेश करने और गंगा आरती के व्यावसायीकरण का आरोप लगाया।
एक दिन पूर्व गुरुवार को आरती के पहले दिन भी पंडा समाज ने जबरदस्त विरोध किया था। उसे देखते हुए दूसरे दिन पहले से ही पुलिस तैनात कर दी गई थी लेकिन जैसे ही सुबह-ए-बनारस द्वारा आरती शुरू की गई काफी संख्या में पहुंच कर नारेबाजी करने लगे। ऐसे में आरती रोकनी पड़ी। अस्सी घाट सहित सभी घाटों पर गंगा आरती समाप्त हो जाने के बाद न्यू अस्सी घाट पर आरती हुई। पंडा समाज ने चेतावनी दी है कि यदि तीसरे दिन आरती करने की कोशिश की गई तो पंडा समाज के लोग आरती स्थल पर बेमियादी धरना शुरू कर देंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की होगी।