उत्तराखंड में कुछ दिन पहले हुई बारिश से भारी नुकसान हुआ है अभी भी कहीं जगह पर प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य जारी है। आपदा ग्रसित क्षेत्रों में कहीं जगह सड़क से भी कनेक्टिविटी टूट गई है। लेकिन सरकार द्वारा लगातार सड़कों को खोलने का काम भी जारी है और आपदा में लापता हुए लोगों की खोजबीन भी जारी है।
देवी आपदा के दौरान पीड़ितों की मदद के लिए सरकार ने एयर एंबुलेंस चलाई है पिथौरागढ़ और हल्द्वानी में दो हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। आपदा में लगे यह हेलीकॉप्टर विधायक और नेताओं को ढूंढने के काम में भी आ रहे हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत के दौरे के समय सड़क बंद होने से टनकपुर में फंसे विधायक सहित अन्य भाजपा नेताओं को एयर एंबुलेंस के जरिए चंपावत पहुंचाया गया। जो चौड़ामेहता( रीठा साहिब) में गंभीर रूप से प्रसव वेदना जेल रही एक गर्भवती को लेने आया था। एयर एंबुलेंस के रूप में प्रयुक्त हेलीकॉप्टर में विधायक कैलाश गहतोड़ी उनके पीआरओ पंकज आर्य पूर्व दर्जा राज्यमंत्री शिवराज कठायत और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ललित मोहन पांडे सर्किट हाउस के हेलीपैड पर उतरे। उसके बाद एंबुलेंस गर्भवती महिला को एयर लिफ्ट करने के लिए रीठासाहिब रवाना हुई। यात्रा में लगे हेलीकॉप्टर से नेताओं के आने जाने पर कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया है।
तो जिस तरीके से नेता इन एयर एंबुलेंस का प्रयोग कर रहे हैं यह कहीं ना कहीं बड़े सवाल खड़े करता है एक तरफ जहां आपदा पीड़ितों को राहत बचाव के लिए यह एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है तो दूसरी और माननीय अपनी सहूलियत के लिए इनका प्रयोग कर रहे हैं।
क्या युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसका संज्ञान लेते हुए इन एयर एंबुलेंस को सिर्फ जरूरतमंद लोगों के लिए ही रिजर्व रखेंगे या फिर माननीय ऐसे ही इनका प्रयोग करते रहेंगे यह तो आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन जिस तरीके से नेता इन एयर एंबुलेंस का प्रयोग कर रहे हैं यह अपने आप में बहुत बड़े सवाल खड़े करता है।