पूर्वांचल ब्यूरो
जनपद में एक नवंबर से क्रय केंद्रों पर धान की खरीद शुरू हो जाएगी। इस बार 2.35 लाख एमटी धान की खरीदने के लिए फिरहाल 28 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। जबकि सौ से अधिक नए केंद्र बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। एजेंसी के द्वारा धान खरीदने के एक सप्ताह के अंदर किसान के खाते में भुगतान करना अनिवार्य कर दिया गया है। शासन ने धान खरीद के लिए निजी क्रय एजेंसियों को क्रय केंद्र बनाने पर रोक लगा दी है। केंद्रों पर प्रभारियों की तैनाती की प्रक्रिया पूरी हो गई है, हालांकि अभी तक केंद्रों से मिलों को संबद्ध नहीं किया गया है। हर बार की तरह इस बार भी छोटे किसानों को वरीयता दी गई है। शर्त यह होगी कि पहली बार किसान जिस केंद्र पर अपना धान बेचेंगे, दोबारा बिक्री के लिए वहीं ले जाना पड़ेगा। किसानों को उपज बेचने को टोकन लेने के लिए इस बार क्रय केंद्र का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। पंजीयन के बाद उन्हें आनलाइन टोकन मिलेगा। इसमें बिक्री स्थल (क्रय केंद्र) का नाम व तिथि का उल्लेख रहेगा। निर्धारित तारीख में धान की बिक्री न करने पर टोकन निरस्त हो जाएगा। टोकन की व्यवस्था में बदलाव से किसानों को सुविधा होगी।