जांजगीर-चांपा, 28 अक्टूबर, 2021/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं की समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ महसूस किया। ‘सबका साथ-सबका विकास’ की नीति पर अमल करते हुए राज्य के सभी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए 01 मार्च 2019 से ‘हाफ बिजली बिल योजना’ लागू की। ‘हाफ बिजली बिल योजना’ प्रदेश के लाखों घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए अप्रत्याशित और सुखद बदलाव की योजना साबित हुई है। घरों का हजार रुपए का बिजली बिल कुछ सैकड़ों में सिमट गया। अब इन उपभोक्ताओं के लिए अपने घर का बिजली बिल पटाने में होने वाला खर्च आधा हो गया है। छत्तीसगढ़ सरकार की हाफ बिजली बिल योजना से जिले के लाखों घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को महंगाई के दौर में लाखों परिवारों को राहत मिली है। इस योजना के तहत जांजगीर-चांपा जिले में वर्ष 2020-21 में 19 लाख 30 हजार 402 बिजली उपभोक्ताओं को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 3 करोड़ 2 लाख 40 हजार 565 रुपए की घरेलू सब्सिडी दी गई है, या यह कह सकते है कि सीधे-सीधे लोगों की जेब में इतनी राशि की बचत हुई है। योजना प्रारंभ होने से मार्च 2021 तक छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जिले के उपभोक्ताओं को 32 करोड़ 30 लाख 41 हजार 28 रुपए की घरेलू सब्सिडी घरेलू उपभोक्ताओं को दी गई है।
गौरतलब है कि देश के बिजली हब छत्तीसगढ़ में किसानों, गरीब परिवारों को रियायती दरों पर बिजली आपूर्ति की अनेक योजनाएं संचालित की जाती रही हैं। हाफ बिजली बिल योजना के नाम से शुरु की गई इस योजना में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के 400 यूनिट तक के बिल में आधे बिल की राशि में छूट दी गयी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर छत्तीसगढ़ में 1 मार्च 2019 से प्रारंभ की गई हाफ बिजली बिल योजना में घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह 400 यूनिट तक की बिजली खपत पर प्रभावशील टैरिफ पर 50 प्रतिशत की छूट की पात्रता है। इस छूट के समतुल्य राशि राज्य शासन द्वारा विद्युत वितरण कंपनी को अनुदान के रूप में दी जाती है।