■ सिधारी आज़मगढ़ राहुल प्रेक्षागृह परिक्षेत्र मे अधिकांश मकान विकास प्राधिकरण में चपरासी पद पर तैनात अशोक चौहान की वसुली के कारण बिना नक्सा पास के ही दर्जनों मकान बनकर है तैयार विभाग है बे खबर।
■ सिधारी मऊ रोड़ निकट बुलट ऐजेंसी के इर्द-गिर्द दर्जनो आवासीय मकान बिना नक्सा पास के ही बन कर है तैयार विकास प्राधिकरण विभाग है मौन ।
■ सिधारी मऊ रोड़ निकट बुलट ऐजेंसी के समीप आठ फुट मे हो रहे निर्माण को एक लाख रुपया रिश्वत न मिलने पर विकास प्राधिकरण मे तैनात चपरासी अशोक चौहान व जेई बी आर (बाबू राम) वर्मा ने की नोटिस चस्पा
आज़मगढ़।आज़मगढ़ विकास प्राधिकरण मे चपरासी पद पर तैनात अशोक कुमार चौहान इन दिनों अवैध वसुली की एक मुहिम चला रख्खा है जिससे आज़मगढ़ प्राधिकरण अंजान है । सिधारी मुहल्ला वासीयों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विकास प्राधिकरण में चपरासी पद पर तैनात अशोक चौहान विकास प्राधिकरण क्षेत्र मे हो रहे निर्माण कार्य स्थलों पर पहुंच कर विकास प्राधिकरण अधिनियम का हवाला देकर निर्माणकर्ता को धमका कर निर्माण कार्य रोकने की हिदायत देता है और निर्माणकर्ता से नक्सा बनवाने व विकास प्राधिकरण से अनुमती लेने की बात करता है। निर्माणकर्ता कहता है कि साहब इतना पैसा नही है कि सरकारी फीस हम जमा कर सकें । तब विकास प्राधिकरण मे चपरासी पद पर तैनात अशोक चौहान निर्माणकर्ता से निर्माण ऐरिया को देखते हुए रुपयें तै करता है। जिस निर्माणकर्ता से अशोक को रुपया मिल जाता है उसको बिना नक्सा के ही निर्माण करने की अनुमानित दे देता है। वही जिस निर्माणकर्ता से पैसा नही मिलता है तो ऐरिया के जेई को साथ लेकर निर्माण स्थल पर पहुंच जाता है और निर्माणकर्ता से कहता है कि अब साहब आ गये है निर्माण ऐरिया के हिसाब से रुपया दे दो नही तो विकास प्राधिकरण अधिनियम के तहत नोटिस चस्पा हो जायेगा और फाईन व ऐरिया के हिसाब से विकास प्राधिकरण मे शुल्क जमा करना पड़ेगा ।
चपरासी अशोक चौहान अपने आप को विकास प्राधिकरण के सचिव की हैसियत रख कर आज़मगढ़ नगर वासीयों से निर्माणकार्य को लेकर अवैध वसुली करता रहता है। विकास प्राधिकरण सचिव महोदय जी को निर्माण कार्यो की भनक तक भी नही लग पाती। विकास प्राधिकरण मे चपरासी पद पर तैनात अशोक चौहान निर्माणकर्ताओ से कर लेता है डील।