अमौर के बरबट्टा पंचायत के रसेली गांव के वार्ड नम्बर 16 में परवान व बकरा नदी के कटाव से 30 परिवार का घर नदी में विलीन
अमौर से प्रफुल कुमार की रिपोर्ट
पूर्णिया।अमौर प्रखंड के बरबटटा पंचायत के रसेली गांव के वार्ड नम्बर 16 में परवान व बकरा नदी के कटाव से गांव के 30 परिवारों का घर परवान नदी में समा गया। साथ ही बचे हुए गांव के नजदीक भीषण नदी कटाव जारी है, जिसके कारण पूरे रसेली गांवों पर फिर से नदी कटाव का खतरा मंडराने लगा है। देखने से यह लग रहा है कि जिस तरह कटाव का कहर जारी है इससे परवान व बकरा नदी किनारे स्थित पुरा रसेली गांव शीघ्र परवान व बकरा नदी में समा जाएगा। बरबटटा पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि नदी कटाव के भय से गांव के लोगों की रात की नींद भी उड़ गई है। गांव के लोगों को अब खेतों की चिता नहीं है क्योंकि गांव के ज्यादातर लोगों की जमीन कई वर्ष पूर्व ही परवान व बकरा नदी में कटाव के चलते समा गया है, लेकिन अब अगर गांव ही नदी में विलीन हो जाए तो गांव के लोग कहां जाएंगे। जिस तरह नदी कटाव जारी है इससे यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि इस वर्ष रसेली गांव बच पाएगा या नहीं यह तो ईश्वर ही जानते हैं । उन्होंने बताया कि पिछले बार भी रसेली गांव के नजदीक भीषण कटाव जारी था, पिछले वर्ष भी रसेली गांव के दर्जनों परिवार नदी कटाव की चपेट में आ गया था, उन्होंने बताया कि पिछले बार संबंधित विभाग के अधिकारी नदी कटाव रोकने हेतु कटाव निरोधक कार्य कराने का आश्वासन भी दिया, था परंतु स्थिति जस की तस बनी हुई है। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि बाढ़ के मौसम में हर वर्ष नदी कटाव होता है, परंतु आज तक सरकार के द्वारा स्थायी कटाव निरोधक कार्य (पत्थर से बोल्डर पींचिग) नहीं किया गया, अगर स्थायी कटाव निरोधक कार्य किया जाता तो सैंकड़ों एकड़ जमीन, एंव हजारों की संख्या में परिवार नदी कटाव के चपेट में नहीं आता। कहा कि जब बरसात का मौसम आता है तथा नदी कटाव तेज हो जाता है स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए स्थायी कटाव निरोधक कार्य ( पत्थर से बोल्डर पींचिग) कराने की मांग की है।