डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर में खानपान का रखें विशेष ध्यान – जिला मलेरिया अधिकारी
कन्नौज । बदलते मौसम और संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के साथ-साथ संतुलित और पौष्टिक आहार का विशेष महत्व है । यह कहना है जिला मलेरिया अधिकारी डा.हिलाल दुर्रानी का। उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में संक्रामक बीमारियां डेंगू मलेरिया वायरल फीवर से बचाव के लिए यदि हम अपने आहार में कुछ खाद्य पदार्थों का समावेश करें तो हमको रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने में सहायता मिलेगी । जिसके लिए आहार में विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरूरी होता है। डेंगू या वायरल फीवर से शरीर के स्वस्थ होने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों का प्रयोग करने पर बहुत जल्द आराम मिलता है। विटामिन सी से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन करें क्योंकि इनमें पोषक तत्वों के साथ-साथ एंटीबॉडीज पर्याप्त मात्रा में होती हैं। जिससे आप को प्राकृतिक रूप से प्रतिरक्षित किया जा सकता है, और डेंगू मलेरिया वायरल फीवर संक्रामक बीमारियों से दूरी बनाई जा सकती है। अनानास, संतरा, अमरूद, कीवी,स्ट्रॉबेरी जैसे खट्टे फल लिंफोसाइट को बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे शरीर को वायरल संक्रमण होने का खतरा कम होता है।डेंगू मलेरिया वायरल फीवर के रोगियों को इन फलों का सेवन करने से जल्द आराम मिलता है। नारियल पानी ,डेंगू बुखार में अक्सर निर्जलीकरण का कारण बन सकता है।और नारियल का पानी आपके शरीर में द्रव्य के स्तर को नियंत्रित करने के तरीकों में सर्वोत्तम है खनिजों और इलेक्ट्रोलाइट्स का प्राकृतिक स्रोत है। इसी कारण डेंगू के रोगियों के लिए नारियल पानी बहुत ही महत्वपूर्ण पेय पदार्थ है।
अदरक का पानी डेंगू ,वायरल फीवर से पीड़ित रोगियों को बुखार से निजात पाने के लिए बहुत सारे तरल पदार्थों की आवश्यकता होती है। अदरक का पानी बहुत फायदेमंद है इससे बुखार में जी मिचलाने, सर्दी,जुखाम जैसी समस्या से निजात पाया जा सकता है।सूप और फलों का रस सूप हर बीमारी में फायदेमंद होता है। यह तेल मसाला रहित होता है। इसलिए पाचन शक्ति को बेहतर बनाते हुए पोषक तत्वों को आसानी से शरीर के अंदर पहुंचाने का काम करता है।फलों के रस के द्वारा गाजर चुकंदर,खीरा, पत्तेदार सब्जियां, लौकी, कद्दू का सेवन करने से आवश्यक विटामिन और खनिज पदार्थ जो रूप की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं व रोगी को जल्द स्वस्थ करने में सहायक होते हैं। व्हीट ग्रास डेंगू,मलेरिया, वायरल फीवर में गेहूं की ताजा घास से बने जूस का सेवन करने से रोगी की प्लेटलेट्स को बढ़ाया जा सकता है 150ml जूस लेने से हालत में जल्दी सुधार होता है। दूध
डेंगू बुखार में अहम खतरा सेलेनियम व प्लेटलेट्स अकाउंट का होता है इसलिए गाय और बकरी के दूध में सेलेनियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिसका प्रयोग करने से बुखार में आराम मिलता है बकरी का दूध और गाय का दूध में सेलेनियम की मात्रा अच्छी होती है जिससे दूध अलग-अलग मिनरल के पाचन के लिए भी उपयोगी होता है।
पपीता ,पपीता के पत्तों का रस लगभग 10 एमएल ले सकते हैं साथ ही कच्चे पपीते की सब्जी और रायता का भी प्रयोग कर सकते हैं।