श्री आदिशक्ति मां परमेश्वरी धाम पर नौ दिवसीय रामकथा के सातवें दिन की कथा
संवाददाता:—विकास तिवारी
अम्बेडकर नगर||भक्ति की प्रतिमूर्ति माता शबरी से हमें सीख लेनी चाहिए कि समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए हमें ईश्वर की शरण लेनी चाहिए रामनामी औषधि सारे विकारों को दूर कर देती है । सीताराम कल्याण का नाम है जो कृषि और कृषि संस्कृति का घोतक है जिससे जीवन में हरियाली आती है ।भगवान का नाम जब जिह्वा से निकलता है तो वाणी राम नाम के प्रभाव से पवित्र हो जाती है राम नाम के जप से प्रभु उस पर कृपा करते हैं ।उक्त बातें प्रसिद्ध कथा वाचिका राधिका किशोरी ने कही जो राजेसुल्तानपुर क्षेत्र के लालमनपुर ऊंचेडीह स्थित श्री आदिशक्ति मां परमेश्वरी धाम पर नौ दिवसीय रामकथा के सातवें दिन अपने प्रवचन में कहा कि जानकी माता, भगवान राम ,रूद्र अवतार हनुमान से दर्श मिलता है कि बिना परमात्मा की कृपा के जीवात्मा का उद्धार नहीं हो सकता । सुग्रीव रूपी जीव को राम रूपी परमात्मा से मिलन का कार्य सिर्फ संत पुरुष करा सकते हैं, अतः भगवान को पाने के लिए संत और सत्संग की शरण में जाना होगा । इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष डां. मिथिलेश त्रिपाठी ,राष्ट्रीय गौ सेवा संघ के जिलाध्यक्ष व अंतरराष्ट्रीय गायक हिमांशु मिश्रा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता प्रदीप मिश्रा,आचार्य राकेश पांडेय ,अनिल मिश्रा स्टेनो, रमाकांत विश्वकर्मा, सूर्य प्रकाश दुबे ,हनुमान दुबे अन्य मौजूद रहे ।यहीं पर हो रहे महायज्ञ में वैदिक ब्राह्मणों ने मंत्रों का उच्चारण एवं आहुतियां डाल देवताओं का आवाहन किया जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।