पूर्वांचल ब्यूरो /अनुपम श्रीवास्तव
वाराणसी में बुधवार को एक विदेशी संत और सांड़ का प्यार देखने को मिला। नगर निगम वालों ने छुट्टा साड़ों और गायों को पकड़ने का अभियान चलाया तो संत उनकी गाड़ी पर चढ़ गए। नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों से पशुओं को छोड़ने की मांग करने लगे।काफी जिच के बाद भी न तो नगर निगम में पशुओं को छोड़ा और न ही संत गाड़ी से उतरे। इस पर नगर निगम के कर्मचारी पशुओं के साथ ही संत को भी अपने साथ लेकर कांजी हाउस चले गए।
छठ के मौके पर व्रतियों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसे देखते हुए नगर निगम ने गायों और साड़ों को पकड़ने का अभियान चलाया। अस्सी घाट पर बड़ी संख्या में लोग छठ मनाने पहुंचते हैं। इसे देखते हुए नगर निगम का दस्ता अस्सी इलाके में पहुंचा। वहां कई छुट्टा गाय, बछड़ों और सांड को पकड़कर अपनी गाड़ी में चढ़ा गया। इसी बीच वहां एक विदेशी संत पहुंच गए और अंग्रेजी में जोर-जोर से सभी पशुओं को छोड़ने को कहने लगे। नगर निगम वालों ने छोड़ने से इनकार कर दिया तो संत उनकी गाड़ी पर चढ़ गए।
हंगामा बढ़ा तो लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। सचल दस्ता वाहन के कर्मचारियों ने स्थानीय पुलिस को भी मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी संत को समझाया, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। करीब एक घंटे तक चले हंगामे के बाद आवारा पशुओं सहित संत को भी वाहन में लादकर लेते गए।