आजमगढ़ में केन्द्रीय मंत्री गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने को लेकर डीएम ने पीडब्ल्यूडी से दिलवाए 40लाख
लखनऊ ब्यूरो
एक दैनिक समाचार पत्र ने आज़मगढ़ मे विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मीडीया को शिलान्यास कार्यक्रम से दुर रखने की नियत को साफ कर दिया हैं। विश्वविद्यालय शिलान्यास कार्यक्रम कवरेज पास जिला प्रशासन नही जारी किया गया। की कही मीडीया असलियत जान जायेगी तो कार्यक्रम की असलियत जनता सामने खोल कर रख देगी। लेकिन जिला प्रशासन को यह नहीं पता की मीडीया दुर से भी कार्यक्रम कवरेज करने का हुनर रखती है और मीडीया कर्मीयो ने ऐसा ही किया । कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित मीडीया कर्मीयो के सामने ही दर्जनो की भीड़ कार्यक्रम मे ले आने वाले को खोज रही थी कि 200 सौ रुपया देने का बादा कर ले आया और अब कार्यक्रम स्थल से गायब हो गया। इस प्रकार से विश्वविद्यालय शिलान्यास कार्यक्रम मे जुटी भीड़ रहस्य सामने आ गया।
वही लखनऊ से प्रकाशित होने वाले एक दैनिक समाचार पत्र ने पैसे बाटने की बात पर खबर प्रकाशित कर मुहर लगा दिया है। दैनिक समाचार पत्र के माध्यम से यह पुष्ट हो गया कि आज़मगढ़ जिला प्रशासन को यह विश्वास था की पैसै के बल पर एकलाख भीड़ अवश्य जुट जायेगी। लेकिन जिला प्रशासन का दावा भी खोखला साबित हुआ विश्वविद्यालय शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान 60 से 70 हजार की ही भीड़ जुट पायी ।
एक दैनिक समाचार पत्र के माध्यम से मीली जानकारी के अनुसार आजमगढ़ के डीएम राजेश कुमार ने राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए संभागीय परिवहन अधिकारी को लोक निर्माण विभाग से 40लाख रुपए का भुगतान कराया था। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता व अधीक्षण अभियंता को लिखे पत्र में डीएम राजेश ने परिवहन मद से यह राशि मांगी थी। अभियंता पहले पसोपेश में रहे, बाद में आला अफसरों से बात कर आकस्मिक निधि से राशि दे दी गई । आजमगढ़ विश्वविद्यालय का शिलान्यास शनिवार को प्रस्तावित था केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। डीएम राजेश ने पत्र में लिखा कि कार्यक्रम में अन्य जिलों से भी लोग आएंगे, इसके लिए बसों का इंतजाम करना है। करीब 40 लाख रुपए खर्च होने की संभावना है। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने सफाई दी, डीएम के पत्र की आपसे जानकारी मिली। विभाग से रिपोर्ट मांगने के बाद ही कुछ कह सकूंगा ।