हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र, 14 नवम्बर : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी के सदस्यों द्वारा डा. चांडक और प्रो. पांडुरंग का कुरूक्षेत्र पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। 12 नवम्बर को अटारी बॉर्डर से 1,300 किमी की यात्रा करते हुए रविवार को डा. पवन चांडक और प्रो. पांडुरंग कुरुक्षेत्र पहुंचे। कुरुक्षेत्र में फूल मालाओं व शाल के साथ डा. उमेश खन्ना, डा. अनूप सिंगला, डा. विवेक ललित सहित अन्य पर्यावरण प्रेमियों ने उनका भव्य स्वागत किया। डा. सिंगला ने बताया कि स्वतंत्रता की अमृत वर्षगांठ के अवसर पर शुरू हुई 5 राज्यों से होते हुए यह साइकिल यात्रा एच.आई.वी. एड्स और पर्यावरण जागरूकता फैलाते हुए इंदौर में समाप्त होगी। डा. पवन महाराष्ट्र में होम्योपैथिक एकेडमी ऑफ रिसर्च एंड चैरिटी नामक एक सामाजिक संस्था से जुड़े हुए हैं, जो 2008 से एच.आई.वी. पीडित अनाथों और निराश्रित महिलाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, पुनर्वास, स्वयंरोजगार तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने जैसे बुनियादी मुद्दों पर काम कर रही है। डा. पवन चांडक एड्स, पर्यावरण जागरूकता तथा बेटी बचाओ बेटी पढाओ जैसे विषयों पर 75000 किमी की साइकलिंग भारत, जर्मनी, फ्रांस, यूके जैसे देशों में कर चुके हैं।
डा. सिंगला ने बताया कि 12 नवम्बर 2021 को स्वर्ण मंदिर अमृतसर में दर्शन के साथ अटारी बार्डर से शुरू हुआ यह जागरूकता अभियान लुधियाना, अंबाला, करनाल, पानीपत, दिल्ली, जयपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, उज्जैन होते हुए इंदौर में 21 नवम्बर को समाप्त होगा। आइ.आइ.एच.पी. के जिला कुरूक्षेत्र के प्रधान डा.अनूप सिंगला, डा. उमेश खन्ना व डा. विवेक ललित ने उपस्थित पर्यावरण प्रेमियों के साथ डा. पवन चांडक और प्रो. पांडुरंग को शुभकामनाओं व धन्यवाद के साथ रवाना किया।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी के सदस्यों द्वारा डॉ. चांडक और प्रो. पांडुरंग का कुरूक्षेत्र पहुंचने पर भव्य स्वागत करते हुए।