रिपोर्ट पदमाकर पाठक
53 कलाकार बेटियों ने वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया में पुनः दर्ज कराया नाम
रामकथा पर आधारित 130 फीट लम्बी बनाई पेंटिंग
आजमगढ़।14 नवंबर को फाइन आर्ट सेंटर की 53 कलाकार बेटियों ने वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया में पुनः दर्ज कराया अपना नाम।रामकथा पर आधारित 130 फीट लम्बी पेंटिंग बनाकर एक बार पुनः आजमगढ़ को गौरवान्वित किया। इसके पूर्व भी 2020 में कोरोना वॉरियर्स पर 1200 स्क्वायर फीट की रंगोली बनाकर ये कलाकार बेटियां विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं। वस्तुत: भारत की सांस्कृतिक धरोहर को लोक कलाओं के माध्यम से चित्रित कर, नई पीढ़ी तक संस्कार प्रेषित करना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही पारंपरिक कलाएं ही जन सामान्य को सहजता से प्रभावित करती हैं इसलिए भारत के ऐतिहासिक पुरुष मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन पर आधारित प्रमुख घटनाओं को विभिन्न लोक कलाओं जैसे मधुबनी (बिहार) पट चित्र (उड़ीसा) फड़ (राजस्थान) पिछवई (नाथद्वारा) व केरल म्यूरल (केरल) में सभी प्रमुख घटनाओं को चित्रित किया गया। इस चित्रकला प्रदर्शनी का उदघाटन कल दिनांक 13 11 2021 को डॉ राम अवतार शर्मा अध्यक्ष रामायण सर्किट भारत सरकार और मानस मर्मज्ञ राजर्षि गांगेय हंस विश्वामित्र ने संयुक्त रूप से किया।
इस चित्र प्रदर्शनी के साथ ही दो दिवसीय विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया है दिनांक 13: 11: 2021 को ” लोक के राम ” विषय पर और 14:11: 2021 को ” राम और राष्ट्रवाद” विषय पर डॉ राम अवतार शर्मा और राजर्षि गंगे हंस विश्वामित्र ने अपने विचार रखे।
इसके साथ ही वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया द्वारा 53 कलाकारों को इस नए वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाने पर मेडल और सर्टिफिकेट मुख्य अतिथि डॉ राम अवतार शर्मा राजर्षी गांगेय हंस विश्वामित्र, सिद्धार्थ सिंह एवं डॉ मनीष त्रिपाठी द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ कौशलेंद्र विक्रम मिश्र ने कहा कि यद्यपि देश भारत के संविधान से चलता है परंतु भारतीय समाज राम की मर्यादा से संचालित होता है, इसलिए रामकथा को आधुनिक पीढ़ी को बताना आवश्यक है। फाइन आर्ट सेंटर की निदेशक डॉ लीना मिश्रा ने वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया के प्रेसिडेंट पावन सोलंकी, महाविद्यालय के प्रबन्क सुधीर अग्रवाल व आजमगढ़ के सभी प्रबुद्ध जनों, पत्रकारों एवं आए हुए मुख्य अतिथियों का आभार प्रकट किया।इस कार्यक्रम में डॉ प्रशांत राय, सिद्धार्थ सिंह, डॉ निशा यादव, अनिल राय, पवन सिंह, डॉ शैलेश सिंह, डॉ प्रेमचंद यादव, डॉ चंदन कुमार, डॉक्टर पूनम तिवारी, अनामिका सिंह, डॉ रमेश मणि, कंचन मौर्य, मीनू यादव, रश्मि डालमिया, अलका राय, रमा त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।