लालकुआं
सत्यमेव जयते, आखिरकार लंबे संघर्ष 600 से अधिक किसानों की शहादत, 350 से अधिक दिन का आंदोलन,भाजपा सरकार के मंत्री के बेटे द्वारा किसानों को कुचल कर मार डालना,भाजपा के नेताओं ने किसानों को आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी,आंदोलनजीवी कहकर उनको अपमानित किया,लाठियाँ बरसायीं,उन्हें गिरफ़्तार किया। अंततोगत्वा सत्य की जीत हुई और केंद्र सरकार को तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा। आगामी चुनाव में हार दिखने लगी तो केंद्र सरकार द्वारा तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला बीजेपी की सियासी मजबूरी बन गया था। किसानों से माफी मांगना भाजपा का ढोंग है। किसान और जनता, बीजेपी के मनसूबों को पहचान चुकी है, जनता महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त है। जनता भाजपा को सत्ता से हटाकर मुहतोड़ जवाब देगी।
हरीश चंद्र दुर्गापाल
पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार