दादा-दादी, नाना-नानी समाज की अमूल्य धरोहर हैं।
दादा, दादी हमारे सामाजिक ढांचे का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
कन्नौज । दादा-दादी बच्चों के लिए पुस्तकालय, कहानी सागर, सर्वश्रेष्ठ समर्थन देने वाले व्यक्ति, संस्कारों की नींव रखने वाले प्रथम शिक्षक तथा प्यार से भरी दुनिया हैं।दादा-दादी के बिना बचपन अधूरा-सा लगता है । इसलिए दादा-दादी,नाना-नानी समाज की अमूल्य धरोहर होने के साथ-साथ सामाजिक ढांचे का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।” उक्त विचार सिटी चिल्ड्रेंस एकेडमी में आयोजित,ग्रैंडपेरेंट्स डे समारोह में प्रबंधक प्रदीप प्रधान व्यक्त किए जा रहे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय प्रशासिका सुधा प्रधान, प्रधानाचार्य जिम थॉमस,विश्वास प्रधान तथा लिली कुट्टी द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित तथा पुष्प अर्पित करके किया। इस अवसर पर स्कूल क्वायर ने सरस्वती वंदना, स्वागत-गान तथा ‘ये तो सच है कि भगवान है’ की शानदार संगीतमय प्रस्तुतियाँ दीं। कार्यक्रम में शामिल दादा-दादी, नाना-नानी के लिए, म्यूज़िकल चेयर, थ्रो द बॉल, अंत्याक्षरी जैसे कई मनोरंजनपूर्ण गेम्स भी शामिल किए गए। इन छोटे-छोटे खेलों में ग्रैंडपेरेंट्स (दादा, दादी) ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हुए,उत्साह से भरे इस दिन को आनंदपूर्वक मनाया। इससे दादी और दादा को अपने बचपन के दिन याद आ गए। सभी विजयी अभिभावकों को सी ई ओ विश्वास प्रधान ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने अपने बाबा, विद्यालय संस्थापक स्व. श्यामनारायण प्रधान (एस. एन. प्रधान) तथा दादी स्व. विनोदिनी प्रधान को याद करते हुए उनके आदर्शो तथा उनके साथ बिताये दिनों के कई संस्मरणों का वर्णन किया। आये हुए सभी बुजुर्गों के प्रति कृतज्ञता ज़ाहिर करते हुए प्रशासिका सुधा प्रधान ने कहा कि, “दादा, दादी के विचार और उनके द्वारा दी गयी शिक्षा जीवन-भर हमारा मार्गदर्शन करती हैं।”प्रधानाचार्य जिम थॉमस ने कहा,”दादा-दादी के साथ रहने से बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार तथा अनुशासन की भावना का विकास होता है।” इस अवसर पर कोआर्डिनेटर ब्रजेश दीक्षित,निधि सिंह सहित सभी अध्यापकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मनोज सिंह तथा दिव्या त्रिवेदी सिंह ने किया।