ब्यूरो चीफ सैयद हामिद अली
हर वर्ष शिशु सर्जरी सप्ताह 14 से 20 नवंबर के बीच मनाया जाता है।’ इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक सर्जनस’ के द्वारा हर वर्ष इस सप्ताह शिशु एवं बाल हित के लिए जागरूकता लाने के लिए विशेष प्रयास किया जाता है।
इस वर्ष यह सप्ताह शिशु एवं बाल सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है।इस वर्ष की थीम है ‘ शिशु सर्जन – शिशु एवं बाल सुरक्षा में संरक्षक के साझीदार’
समय के साथ बच्चों में विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आश्चर्यजनक बात यह है, कि बच्चों की दुर्घटनाएं सबसे अधिक घर में होती हैं। रोड पर होने वाली एवम घर के बाहर होने वाली दुर्घटनाएं नंबर दो पर आती हैं। संरक्षक को इन दुर्घटनाओं के बारे में जागरूक करके, बहुत सारी दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है।
हर रोज़ बच्चे शिशु सर्जरी ओपीडी में और इमरजेंसी में विभिन्न प्रकार की चोट के साथ आते हैं। कई मरीजों का इलाज फर्स्ट एड के द्वारा हो जाता है परंतु बहुत सारे मरीजों को भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है, और उनमें से कईयों को ऑपरेशन की भी जरूरत होती है कई बार बच्चे बहुत सीरियस कंडीशन में या मृत भी लाए जाते हैं।
जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज के शिशु सर्जरी यूनिट के द्वारा 20 November को , ओपीडी के कमरा नंबर 9 में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी संरक्षक की जानकारी बढ़ाएगी, कि बच्चों में दुर्घटनाएं किस प्रकार हो सकती हैं और उन्हें किस तरह बचाया जा सकता है। Prevention is better than cure। इलाज से बचाव बेहतर है।
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन एडिशनल प्रिंसिपल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज डॉक्टर भास्कर के द्वारा किया जाएगा। समारोह में मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ अनिल जैन एवं अन्य सीनियर डॉक्टर्स भी उपस्थित रहेंगे। इस प्रदर्शनी का आयोजन डॉक्टर गरिमा अरोरा प्रोफेसर एवं हेड शिशु सर्जरी के मार्गदर्शन में किया जाएगा। डॉक्टर दिनेश बरोलिया, सहायक आचार्य शिशु सर्जरी एवं सर्जरी के समस्त रेजिडेंट डॉक्टर के सहयोग से इसका आयोजन किया जाएगा।