फिरोजपुर 22 नवंबर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}:-
राजस्थान के मेड़ता से 19 नवंबर को शुरु हुई सांझीवालता यात्रा मीरा चली सतगुरु के धाम श्री गुरु रविदास महाराज की चरण स्पर्श प्राप्त धरती एतिहासिक देहरा श्री गुरु रविदास मंदिर चक्क हकीम फगवाड़ा में 29 नवंबर को पहुँचने वाली यात्रा का फ़िरोज़पुर में शहर व छावनी की धार्मिक संस्थाओ राम बाग वृद्ध आश्रम कमेटी, अमृत वेला प्रभात सोसाइटी ,प्रचीन शिवालय मंदिर , गुरू रविदास मंदिर कमेटी छावनी, प्रचीन श्री राधा कृष्ण मंदिर,श्री बांके बिहारी मंदिर आर्य समाज मंदिर, रेलवे रामा नाटक क्लब बस्ती टैंकावाली, आदित्य वाहनी व अनंद वाहनी और हजारों लोगों ने फूलो की वर्षा के साथ स्वागत किया गया। संयोजक अशोक बहल व हरीश गेयल ने बताया कि यात्रा फ़िरोज़पुर के बाजारों में होते हुए श्री राम बाग फ़िरोज़पुर छावनी में पहुँची। बाज़ारो में जगह जगह चाय व बिस्किट आदि कई तरह की चीजों का लगंर लगाया गया। श्री राम बाग में महंत परषोत्तम दास जी, स्वामी धीरा नन्द जी, स्वामी असीमा नन्द जी द्वारा प्रवचन किए गए। उसके बाद आई हुई संगत के लिए लंगर वितरित किया गया। एडवोकेट योगेश गुप्ता ने बताया कि इस यात्रा में गुरू रविदास महाराज एवं मीरा बाई से संबंधित ऐतिहासिक चिह्न जिनमें गुरू महाराज का चाँदी का आसन, खड़ांव, मीरा का एक तारा, गुरू साहिब का शंख तथा चतुर्भुज नाथ जी की प्रतिमा जो सत्टगुेख महाराज ने मीरा बाई को दी थी,। यह यात्रा दो दिन राजस्थान व शेष आठ दिन पंजाब के सभी जिलों से होकर विभिन्न एतिहासिक धर्म स्थलों की यात्रा करते हुए 29 नवंबर को देहरा मंदिर चक्क हकीम पहुँचेगी। नरेश गर्ग ने बताया कि इस यात्रा का भारी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा पुष्पवर्षा के साथ स्नेहपूर्ण स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर से 5 दिसंबर तक गुरु दरबार में सुशोभित इन ऐतिहासिक विरासती चिह्नों के दर्शन दीदार करवाए जाएंगे। रोजाना प्रात:काल से शाम तक धार्मिक दीवान सजाए जाएंगे। जिसमें गुरु महिमा का सुंदर गुणगान होगा। राजिंदर गोठवाल ने बताया कि देहरा श्री गुरु रविदास स्थान चक्क हकीम में सतगुरू रविदास महाराज ने संत कबीर जी के साथ 1485 ई. में 70 दिन तक निवास किया था और अपने हाथों एक बाउली साहिब का निर्माण भी किया। इसी लिए सांझीवालता यात्रा का नाम मीरा चली सतगुरु के धाम रखा गया है।इस अवसर पर राजिंदर गौटवाल, कर्ण त्रिपाठी, राज कुमार, सचिन नारंग, नरेश गौयल, पवन कासल,रमेश गौयल, विनोद शर्मा के इलावा धार्मिक संगठनो के सदस्य मौजूद रहे ।