उपजिलाधिकारी के विरूद्ध लेखपाल संघ ने खोला मोर्चा
संवाददाता:—विकास तिवारी
अम्बेडकर नगर | आलापुर के उप जिलाधिकारी मोहनलाल गुप्ता के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठा लेखपाल संघ कार्यवाही होने तक संघर्ष का ऐलान किया है । मालूम हो लेखपाल संघ अध्यक्ष राम सिधार, जिला उपाध्यक्ष मायाराम यादव, उपाध्यक्ष राम सजीवन वर्मा, पूर्व अध्यक्ष जयदेव पांडे के नेतृत्व में चल रहे धरना प्रदर्शन में सैकड़ों लेखपाल मौजूद रहे। उप जिलाधिकारी मोहनलाल गुप्ता के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही करने एवं लेखपालों के विरुद्ध पंजीकृत मुकदमा वापस लिए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर आलापुर तहसील के लेखपालों ने तहसील परिसर में कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। लेखपाल संघ अध्यक्ष रामसिधार उपाध्यक्ष राम सजीवन बर्मा पूर्व अध्यक्ष जयदेव पांडे की अगुवाई में चल रहे धरना प्रदर्शन में लेखपाल संघ के पदाधिकारी एवं लेखपाल अपने उत्पीड़न की दास्तां बयां कर रहे हैं। लेखपालों का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने उनके विरुद्ध तो मुकदमा पंजीकृत कर लिया लेकिन लेखपालों की ओर से दी गई तहरीर पर अभी तक मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया। लेखपालों की मांग है कि जहांगीरगंज थाने में अध्यक्ष राम सिधार उपाध्यक्ष रामसजीवन वर्मा एवं पूर्व अध्यक्ष जयदेव पांडे की ओर से उपजिलाधिकारी आलापुर के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के लिए दी गई तीनों तहरीर पर अलग-अलग मुकदमा पंजीकृत कर के एसडीएम के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। यदि कार्यवाही नहीं की जाती है तो आंदोलन को व्यापक रूप देते हुए सभी तहसील मुख्यालयों पर लेखपाल संघ आंदोलन करेगा।उप जिला मजिस्ट्रेट मोहनलाल गुप्ता ने बताया कि लेखपालों द्वारा उनके साथ बदसलूकी के साथ अपशब्दों का भी प्रयोग किया गया है जिसका मुकदमा दर्ज करने के लिए मेरे द्वारा जहांगीरगंज थाने में तहरीर दे दी गई है थानाध्यक्ष जहांगीरगंज शंभू नाथ ने बताया कि तहरीर मिली है कार्रवाई की जाएगी वही लेखपाल संघ के महामंत्री अनुज प्रताप वर्मा ने बताया कि उप जिला अधिकारी द्वारा बैठक में मेरे प्रति असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया गया था जिसको लेकर हम सब दुखी थे हमारी बात सुनने को कौन कहे उलटे उपजिलाधिकारी ने हमारे पदाधिकारियों के साथ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जातिसूचक गालियाँ दी गयी जब तक उपजिला मजिस्ट्रेट का स्थानांतरण नहीं हो जाता तब तक हम सब कार्य से विरत रहेंगे यह निर्णय लेखपाल संघ के बैठक में आम सहमति से लिया गया है।