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कुवि के रसायन शास्त्र विभाग में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित!
कुरुक्षेत्र, 29 नवम्बर : – कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा की प्रेरणा से विभागाध्यक्षा प्रोफेसर नीरा राघव की अध्यक्षता में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने विश्वविद्यालय में रिसर्च पब्लिकेशन के साथ-साथ पेटेंट बढ़ावा देने का सुझाव दिया। उन्हांने कहा कि शोध को पेटेंट करवाना आज के समय की मांग है। उन्होंने बताया कि शोध कार्य को पेटेंट करवाकर उसका कमर्शियल उपयोग करना चाहिए ताकि वह देश की आर्थिक उन्नति सहायक सिद्ध हो सके। प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के इसी विचार को सार्थक करने के लिए, सभी शोधार्थी पेटेंट ड्राफ्टिंग और पेटेंट फाइल करने की विधि जान सके, इस उद्देश्य से इस एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया।प्रोफेसर नीरा राघव ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने विश्वविद्यालय में रिसर्च पब्लिकेशन के साथ-साथ पेटेंट को बढ़ावा देने का सुझाव दिया है। कुलपति के इसी विचार को सार्थक करने के लिए सभी शोधार्थी पेटेंट ड्राप्टिंग और पेटेंट फाइल करने की विधि जान सके, इसी उद्देश्य से इस एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रो. नीरा राघव ने सभी शोधार्थियों को बताया कि शोध को पेटेंट करवाने के लिए हमें भरपूर प्रयत्न करना चाहिए।
इस अवसर पर आयोजन सचिव डॉ. हरदीप आनंद ने बताया कि इस कार्यशाला में डॉ. रिचा प्रकाश, डॉ. रमेश मेहता व डॉ. नीलू सूद ने पेटेंट ड्राफ्टिंग व फाइलिंग विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यशाला में डॉ. रमेश कुमार ने प्रथम सेशन को चेयर किया और डॉ. रिचा प्रकाश का परिचय प्रतिभागियों से करवाया। डॉ. रमेश ने बताया कि डॉ. रिचा प्रकाश ने रसायन विभाग से ही एमएससी और पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने के बाद विभिन्न फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज में अनेकों पेटेंट का ड्राफ्ट किया है जिसमें से काफी पेटेंट ग्रांट हो चुके हैं।
कार्यशाला के द्वितीय सेशन को डॉ. सुरेश कुमार व तृतीय सेशन कोर्ट डॉ. अश्वनी कुमार ने चेयर किया। डॉ. मेहता व डॉ. नीलू सूद ने पेटेंट ड्राफ्टिंग व फाइलिंग की बहुत बारीकी से प्रतिभागियों को जानकारी दी। विदित रहे कि डॉ रमेश मेहता भी रसायन शास्त्र विभाग के पूर्व छात्र रहे हैं तथा मेहता एंड मेहता एसोसिएट के फाउंडिंग मैनेजर हैं। डॉ. सुरेश व डॉ. अश्वनी ने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने व्याख्यान दाताओं के साथ अपने प्रश्न साझा किए।
इस कार्यशाला में प्रोफेसर ओमप्रकाश अरोड़ा, प्रोफेसर संजीव अरोड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त डॉ. संगीता सैनी, डॉ. जितेंद्र भारद्वाज, डॉ. संतोष दुबे, डॉ. नरेश, डॉ. विनीता सहित विभिन्न विभागों के प्राध्यापकों व शोधार्थियों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला के आयोजन के लिए ऑर्गेनाइजिंग कमेटी का आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का समापन डॉ. हरदीप आनंद द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।