विवेक जायसवाल की रिपोर्ट
अतरौलिया आजमगढ़ आज ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान के द्वारा ग्राम पंचायत गजेंद्रपट्टी भेदौरा में उड़ान किशोरी समूह के बीच एड्स डे मनाया गया।
किशोरियों के साथ चर्चा में तरंग मेरे सपने मेरी उड़ान परियोजना की कलावती ने बताया कि दुनियाभर में एचआईवी (HIV) संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे (World AIDS Day) मनाया जाता है. WHO ने सबसे पहले विश्व एड्स दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने की शुरुआत अगस्त 1987 में की थी. एच आई वी /एड्स एक प्रकार के जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है. इसे मेडिकल भाषा में ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस यानि एचआईवी के नाम से जाना जाता है. वहीं लोग इसे आम बोलचाल में एड्स यानी एक्वायर्ड इम्यून डेफिशिएंसी सिंड्रोम के नाम से जानते हैं. इसमें जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) पर हमला करता है जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाता.
राजदेव ने बताया शुरुआती दौर में विश्व एड्स दिवस को सिर्फ बच्चों और युवाओं से ही जोड़कर देखा जाता था जबकि एचआईवी संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है 1988 से वर्ल्ड एड्स डे मनाने का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली महामारी एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है. एड्स आज के आधुनिक समय की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. UNICEF की रिपोर्ट की मानें तो अब तक 37 मिलियन से ज्यादा लोग HIV के शिकार हो चुके हैं जबकि भारत सरकार द्वारा जारी किए गए आकड़ों के अनुसार भारत में एचआईवी के रोगियों की संख्या लगभग 3 मिलियन के आसपास है
कलावती ने बताया कि एड्स से बचाव मुख्य रूप से 3 तरह से किया जा सकता है कंडोम का इस्तेमाल, यौन संक्रमण बीमारियों का जांच कराते रहना, निडिल की जॉच और रक्त दान या खून चढ़वाते समय जांच आदि ध्यान देना चाहिए तथा हमें प्रयास करना चाहिये इस प्राणघातक संक्रमण से बचने के लिए उपलब्ध सेवाओं और दवाओँ तक बिना किसी भेदभाव के सबकी पहुँच बन पाये और उनके प्रति हमें सवेदनशील होना चाहिये
आज के इस कार्यक्रम में कुल 30 किशोरियों की भागीदारी रही कार्यक्रम में प्रिया, प्रियंका, गुंजन काजल आदि ने भी अपना विचार रखा।
वरिष्ठ संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट 9452717909