ब्यूरो चीफ सैयद हामिद अली
मौजूदा दरगाह कमेटी का गठन केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय भारत सरकार के ज़रिए मोरखा 5 जून 2018 को किया गया था जब से अब तक 4 नाज़िमो ने वक्त से पहले इस्तीफा दे दिया जिसमे लेफ्टिनेंट कर्नल मंसूर अली खान मोरखा 17/10/2016 को नियुक्त होकर मोरखा 1/6/2017 को इस्तीफा दिया आई बी पीरजादा मोरखा 8/8/2017 को नियुक्त होकर मोरखा 31/10/2018 को इस्तीफा दिया शकील अहमद अहमद ने मोरखा 1/11/2018 को नियुक्त होकर मिरखा 31/10/2020 को इस्तीफा दिया। अशफाक हुसैन ने मोरखा 2/11/2020 को नियुक्त होकर मोरखा 2/8/2021 को इस्तीफा दे दिया था मंत्रालय से बातचीत के बाद अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। लेकिन मौजूदा वक्त में मोरखा 29/11/2021 को दोबारा इस्तीफा दे दिया है। इसी मामले में आज मौरूसी अमले के साथ ही कमेटी कर्मचारियों ने नाज़िम अशफाक हुसैन के ज़रिए दिए गए इस्तीफे को वापस लेने की मांग को लेकर दरगाह कमेटी के बाहर धरना दिया है। धरने पर बैठे अमले के मेम्बरान ने कहा कि अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय को नाज़िम का इस्तीफा ना मंज़ूर करना चाहिए और कमेटी पर जांच बिठानी चाहिए कि आखिर क्या वजह है कि दरगाह कमेटी में नाज़िम नही रुकते है और इस्तीफे देकर चले जाते है। मौरूसी अमले के इस धरने के दरगाह के खादिम सैय्यद बारी चिशती ने भी समर्थन दिया है।
बाइट1- शाहनवाज़ हुसैन,मौरूसी अमला
बाइट2- सैय्यद बारी चिश्ती,खादिम दरगाह अजमेर