प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है स्वच्छ भारत अभियान जिसके चलते ग्रामसभा शाहपुर के ग्राम विकास अधिकारी विश्वास श्रीवास्तव ने रखा गया ताक पर
सीतापुर/दीपक श्रीवास्तव
एक बार फिर से चर्चा में आया ग्रामसभा दलेल नगर,भ्रष्टाचार में डूबे विकास खंड मछरेहटा के ग्राम सभा दलेलनगर आवासों की पात्रता सूची में काफ़ी हेराफेरी की गई है तो दूसरी ओर ग्राम पंचायत शाहपुर में लग भग डेढ़ वर्ष पहले से पड़ा अधूरा सामुदायिक शौचालय काफी चर्चित का विषय बना हुआ है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि ग्राम विकास अधिकारी विश्वास श्रीवास्तव (सेक्रेटरी) के रिश्ते दार अभिनव श्रीवास्तव (गौरव श्रीवास्तव) से अवैध वसूली कराने का काम किया जा रहा है कहीं तो आवासों को लेकर कहीं तो आवास सूची में नाम बढ़वाने को लेकर अवैध वसूली काम कराया जा रहा है बताते चलें कि ग्राम विकास अधिकारी विश्वास श्रीवास्तव से बात करने के लिए कॉल करें तो या तो फोन नहीं उठाया जाता अगर उठाया भी गया तो उनके रिश्ते दार अभिनव श्रीवास्तव (गौरव श्रीवास्तव)काल उठाते हुए बोलते हैं कि मेरा मोबाइल नंबर लो मुझसे बात करना और आकर मिल लो काम हो जाएगा एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुशल कार्यशैली और भ्रष्टाचार के ऊपर तिरछी निगाहें तो दूसरी तरफ भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व प्रधानों कि अपनी पुरानी कार्यशैली जिसके चलते वह कार्य कर रहे हैं और मौजूदा सरकार का कोई खौफ नहीं दिखाई दे रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता हैं या तो किसी राजनीतिक दबाव या तो पैसों की खनक के दम पर भ्रष्टाचार की चरम सीमाओं को पार कर रहे विकास खंड मछरेहटा में अपने रिश्ते दार अभिनव श्रीवास्तव (गौरव श्रीवास्तव) के द्बारा अवैध वसूली का काम कराया जा रहा है बताते चलें जन मानस में चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर यह आवासों के नाम पर अवैध वसूली कब तक चलता रहेगा इससे पहले ग्राम पंचायत दलेर नगर की बढ़े पैमाने में भ्रष्टाचारी के चर्चा में बने हुए हैं एक तरफ तो योगी आदित्यनाथ जी का कहना है भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी तो दूसरी तरफ ग्राम विकास अधिकारी विश्वास श्रीवास्तव अपने रिश्ते दार अभिनव श्रीवास्तव (गौरव श्रीवास्तव) के द्बारा अवैध वसूली कराने से बाज नहीं आते अब देखना यह है कि आखिर इस तरीके से किया जा रहा भ्रष्टाचार पर कभी भी बढ़ी गाज गिर सकती हैं अब देखना यह है कि आखिर कब तक आला अधिकारियों के कानों में जूं रेंगेंगा या नहींआखिर कब तक होगी बड़ी कार्रवाई