हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र,11 दिसम्बर : ब्रह्मपुरी अन्नक्षेत्र आश्रम ट्रस्ट द्वारा गीता जयंती के उपलक्ष्य में ब्रह्मसरोवर मुख्य प्रवेश द्वार पर आयोजित रासलीला में शनिवार को वृंदावन के कलाकारों ने गुरू द्रोण द्वारा चक्रव्यूह की रचना, अभिमन्यु वध और जयद्रथ वध का बृज भाषा शैली में भव्य प्रदर्शन किया। मंच पर दिखाया गया कि कौरव सेना के सेनापति द्रोणाचार्य के पास दुर्याेधन, दुशासन, शकुनि एवं अन्य महारथी आकर पांडवों द्वारा लगातार मारे जा रहे कौरव वीरों के प्रति चिंता व्यक्त करते हैं। इस पर द्रोणाचार्य युद्ध में चक्रव्यूह की रचना का निर्णय लेते हैं। उधर पांडव शिविर में जब इस बात का पता चलता है तो युधिष्ठिर चिंता में पड़ जाते हैं। उनकी इस चिंता को अर्जुन पुत्र अभिमन्यु भांप जाता है और युधिष्ठिर को वह निश्चिंत करता है कि वह चक्रव्यूह का भेदन जानता है। रासलीला में बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने एकाग्रता से रासलीला के प्रत्येक दृश्य को देखकर आनंद लिया। बीच-बीच में समाज को संदेश देते प्रेरक प्रसंग भी सुनाए गए। इस अवसर पर ट्रस्टी सतीश मित्तल,मित्रसेन गुप्ता,प्रेम पाल शर्मा,सुशील शास्त्री व अनमोल बंसल और सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो परिचय :अभिमन्यु वध का मंचन करते कलाकार।