हल्द्वानी: भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर तीन बेटों ने शहर को गौरवान्वित किया है। शनिवार को आइएमए में हुई पासिंग आउट परेड में तीनों ने यह सफलता पाई। जवानों ने देश की रक्षा के लिए आर्मी को चुना। ऊंचापुल के रहने वाले ऋषभ जोशी, गौरव जोशी और कनिष्क उप्रेती की उपलब्धि पर पूरा शहर उत्साहित है। पीओपी में उनके कंधों पर सितारे लगाते ही स्वजनों के चेहरे खिल उठे।
बिठौरिया नंबर एक ऊंचापुल निवासी ऋषभ जोशी लेफ्टिनेंट बने हैं। उनके पिता राजेद्र प्रसाद जोशी सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में कार्यरत हैं। मां शोभा जोशी ग्रहिणी है। ऋषभ ने अपनी प्राथमिक शिक्षा डीएवी स्कूल हल्द्वानी से की। आइएमए में तीन वर्ष का प्रशिक्षण पूरा कर वह सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। वह अपने परिवार से सेना में जाने वाले पहले अफसर हैं। उनकी बड़ी बहन आइटी प्रोफेशनल और छोटा भाई बीकाम आनर्स की पढ़ाई कर रहा है। ऋषभ मूल रूप से ग्राम गदेलिखेत, बागेश्वर के रहने वाले हैं। हाल में स्वजन अब हल्द्वानी में रहते हैं।
रिटायर्ड सूबेदार मेजर के बेटे हैं गौरव
ऊंचापुल हल्द्वानी निवासी गौरव जोशी मूल रूप से देचौरी देगांव कोटाबाग के रहने वाले हैं। आइएमए में चार साल के प्रशिक्षण के बाद शनिवार को वह लेफ्टिनेंट बने तो स्वजनों के साथ पूरा कोटाबाग गांव खुशी से झूम उठा। उनके पिता सतीश चंद्र जोशी सूबेदार मेजर से रिटायर्ड हैं। गौरव की 12वीं तक की शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल चंडीगढ़ व अन्य स्कूलों से हुई। इसके बाद चार साल का होटल मैनेजमैंट का कोर्स बेंगलुरू से किया। इसके बाद उन्होंने देश की रक्षा का संकल्प लिया और शनिवार को लेफ्टिनेंट बन गए।
ऊंचापुल निवासी कनिष्क उप्रेती भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। कनिष्क के बड़े भाई माल्लव उप्रेती भी भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं। जबकि पिता उमेश चंद्र उप्रेती कालाढूंगी सिंचाई विभाग में सहायक अभियंता व मां हेमा उप्रेती गृहिणी हैं। कनिष्क ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों व स्वजनों को दिया है। उनकी प्राथमिक शिक्षा व्हाइटहाल स्कूल, सेकेंडरी, हायर सेकेंडरी आर्यमान विक्रम बिडला हल्द्वानी से हुई।
वहीं दूसरी ओर कुमाऊँ रेजीमेंट में सूबेदार मनोहर सिंह के दोनों बेटे एक साथ सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं वही धारचूला विधायक हरीश धामी ने भी उनको शुभकामनाएं दी है और ट्वीट किया है हरीश धामी लिखते हैं कि….
दोस्तों इस तस्वीर में दिख रहे दोनों यंग ऑफिसर जो कि आज इंडियन मिलट्री अकैडमी से पास आउट हुए, कुमाऊं स्काउट्स के सूबेदार मनोहर सिंह साहब के सुपुत्र हैं।
यह अपने आप में विलक्षण उपलब्धि है कि दोनों भाइयों ने एक ही दिन नेशनल डिफेंस एकेडमी में प्रवेश लिया और आज एक ही कोर्स से एक ही दिन में दो सगे भाई एक साथ भारतीय सेना में अधिकारी बनकर अपने मां-बाप विशेषकर एक जवान के रूप में भर्ती होने के बाद जिनके पिता आज कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन कुमाऊं स्काउट्स में सूबेदार के पद पर हैं, को गौरवान्वित होने का शुभ अवसर का दिन है और हम सबके बीच में एक उदाहरण है।
ईश्वर इन दोनों अधिकारियों को दिन दूनी, रात चौगुनी उन्नति प्रदान करें और साथ ही इनके माता-पिता को उनकी परवरिश के लिए बहुत-बहुत नमन है।