नही थी नेबुलाइजेशन मशीन अस्पताल में
डॉ विकास ने दो खराब मशीनों को ठीक किया और अस्पताल को सौंपा
पूर्णिया
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज डॉक्टर विकास अपने मजबूत इरादों और नेक कार्यों के कारण हमेशा जाने जाते हैं। कोरोना का प्रथम काल हो या दूसरा काल दोनों समय में इनके सहयोग से अस्पताल को काफी सम्मान प्राप्त हुआ था। इनके कार्यों की प्रशंसा पूर्णिया डीएम राहुल कुमार तथा सिविल सर्जन एसके वर्मा भी कई बार कर चुके हैं।
डॉक्टर विकास की नई उपलब्धि फिर आज सामने आई ।उन्होंने दो खराब नेबुलाइजेशन मशीनों को उठाकर घर ले गए और खुद से ठीक किया ।इसे ठीक करने में उन्हें 2 घंटे लगे ।मशीन को ठीक करने के उपरांत यह अस्पताल आए और अस्पताल के 2 विभागों को इस मशीन को सौंप दिया। इस कार्य के कारण उनकी भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है ।
बताते चलें कि अस्पताल में एक भी नेबुलाइजेशन मशीन नहीं है। और जो मशीनें थी वह खराब पड़ी थी ।पूछने पर डॉ विकास ने बताया की मेडिकल कालेज अस्पताल के इमरजेंसी में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट लिखने के दौरान बैठा था ।किसी मरीज को नेबुलाइजेशन मशीन की आवश्यकता महसूस हुई।मैंने पता लगाया तो पता चला की मशीन अनुपलब्ध है।
ट्रामा सेंटर में 2 मशीन खराब अवस्था मे काफी दिनों से पडी है।तुरंत उस खराब मशीन को उठाया और ठीक करने का प्रयास किया। वह मशीन 2 घंटे के अंदर काम करने के लायक बन गया।मुझे काफी खुशी हुई।
1 मशीन पुनः ट्रामा सेंटर को तथा दूसरी मशीन एमरजेंसी में उपलब्ध कराते हुए इंचार्ज राजीव जी को सुपुर्द कर जरूरतमंद मरीजो को इसकी सुविधा देने को कहा। उन्होंने बताया कि अधीक्षक महोदय ने जल्द ही नई मशीन खरीद करने का भरोसा भी दिलाया साथ ही मेरे इस कार्य की सराहना की।
पूछने पर डॉ विकास कहते हैं अपने अंदर छुपे हुए इंजीनियर को बाहर आने का मौका मिलते ही तैयार हो जाता हूँ।
खुशी इस बात की है कबाड़ से भी जुगाड़ निकाल के अस्पताल का भला कर सका।
ज्ञात हो कि कोरोना काल मे भी आईसीयू वार्ड में आक्सीजन मशीन की सप्लाई लाईन बन्द थी।डाक्टर विकास ने अपने सहयोगियों को साथ लिया था और उसे खुद से ठीक किया था।यह कार्य भी उस वक्त खबरों की सुर्खियां बनी थी।