सदर अस्पताल में संचालित नशा मुक्ति केंद्र का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
अररिया
सदर अस्पताल में संचालित नशा मुक्ति केंद्र का बुधवार को जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच ने औचक निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने अस्पताल में जीविका द्वारा संचालित दीदी की रसोई का भी मुआयना किया। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने नशा मुक्ति केंद्र को सुव्यवस्थित करते हुए इसका सफल संचालन सुनिश्चित कराने को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। वहीं दीदी की रसोई के संचालन से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं की पड़ताल करते हुए उन्होंने अस्पताल में इलाजरत मरीज व उनके परिजनों को खान-पान संबंधी बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
केंद्र का सफल संचालन सुनिश्चित करायें अधिकारी :
निरीक्षण के उपरांत मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच ने कहा कि अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र का संचालन फिर से शुरू किया गया है। आठ बेड क्षमता वाले इस केंद्र को सुव्यवस्थित करते हुए इसका सफल संचालन सुनिश्चित कराया जाना है। इसके लिये नशा मुक्ति केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ जीएनएम व एएनएम की प्रतिनियुक्ति की गयी है। प्रतिनियुक्ति कर्मियों के लिये रोस्टर का निर्धारण किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के निर्धारित एसओपी के अनुसार कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य को नशा मुक्त बनाना सरकार की प्राथमिकताओं में शुमार है। इस लिहाज से केंद्र के सफल संचालन को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पताल में जीविका द्वारा संचालित दीदी की रसोई का संचालन अस्पताल में इलाजरत मरीज व उनके परिजनों के लिये काफी लाभकारी साबित हो रहा है। इसके माध्यम से मरीज व उनके परिजनों को उचित कीमत पर स्वच्छ व पौष्टिक भोजन परोसा जा रहा है। निरीक्षण के क्रम में आम लोगों को परोसे जाने वाले भोजन में स्वच्छता व पौष्टिकता का विशेष ध्यान रखे जाने का निर्देश संबंधित कर्मियों को दिया गया है।
नशामुक्ति केंद्र के संबंध में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने कहा कि नशापान के आदी हो चुके लोगों को इस बुरी लत से निजात दिलाना केंद्र का मुख्य उद्देश्य है। नशापान के आदी हो चुके लोगों को जरूरी इलाज के लिये केंद्र लाया जायेगा। इलाज पूरी होने के बाद उन्हें मुक्त कर दिया जायेगा। अस्पताल में फिलहाल 08 बेड क्षमता वाले नशा मुक्ति केंद्र का संचालन किया जा रहा है। बाद में जरूरत के हिसाब से बेड की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों के आधार पर केंद्र का संचालन किया जायेगा। मौके पर डीआईओ डॉ मोईज, डॉ जीतेंद्र कुमार, उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार, अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ राजेंद्र कुमार, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद सहित संबंधित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।