तमसा पर पुल न बनने का खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण
जलालपुर (अंबेडकरनगर)। स्थानीय तहसील क्षेत्र के डड़ारी गांव के पास तमसा नदी पर पक्का पुल न बनाने का खामियाजा लगभग दो दर्जन गांवों के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। इससे प्रतिदिन लगभग 10 हजार की आबादी को आवागमन संकट से जूझना पड़ रहा है। तमसा नदी पर ग्रामीणों के सहयोग से लकड़ी का पुल बनाया गया है। ग्रामीण लंबे समय से यहां पर पक्का पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस तरफ ध्यान नही दे रहे हैं। इसके चलते मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द पुल निर्माण कराए जाने की मांग की है।बताते चलें कि जलालपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्वी छोर पर तमसा नदी के किनारे दर्जनों गांव बसे हैं। इसमें डड़ारी, जोल्हापुर, रामगढ़, लखमीपुर, शेषपट्टी, बिचला, सुकरौली, बांदीपुर, चैनपुर, आशापार, मरहरा व पर्वतपुर आदि गांव के दर्जनों ग्रामीणों को आवागमन संकट से जूझना पड़ रहा है। डड़ारी गांव के पास ग्रामीणों ने वर्षों पहले वैकल्पिक व्यवस्था के तहत लकड़ी का पुल बनाया गया है। इस पुल से ग्रामीण पैदल व साइकिल आदि से आवागमन कर लेते हैं। परंतु उन्हें चार पहिया वाहन से आवागमन करने के लिए दूर दराज के रास्तों से आवागमन करने के लिए विवश होना पड़ता है। इस मार्ग से आवागमन करने पर नागरिकों को न सिर्फ जलालपुर मुख्यालय जाने में आसानी होती है, बल्कि आजमगढ़ जनपद के लिए आवागमन करना भी आसान रहता है।स्थानीय राजेश कुमार, संजय कुमार, रामाश्रय, दिनेश, राधेश्याम, अनिल कुमार, पन्नालाल व देवानंद आदि ने जिला प्रशासन से डड़ारी गांव के पास तमसा नदी पर पक्का पुल निर्माण कराए जाने की मांग की है। कहा कि पक्का पुल न होने की वजह से लगभग 10 हजार की आबादी को प्रतिदिन आवागमन संकट से जूझना पड़ता है। पुल न होने की वजह से गांव के विकास कार्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द पुल निर्माण की मांग की है। उधर एसडीएम अभय कुमार पांडेय ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या का त्वरित समाधान के बारे में जरूरी प्रयास किया जाएगा।