आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बरदह थाना क्षेत्र में लगभग छह वर्ष पूर्व किशोरी के अपहरण व दुष्कर्म के मामले में आरोपी को न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा दिलाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले विवेचक इंस्पेक्टर व पैरोकार को नकद पुरस्कार देकर उन्हें सम्मानित किया है।
बरदह क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने विगत 15 मार्च 2015 को किशोरवय भांजी का अपहरण कर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मुकामी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले की विवेचना कर आरोपपत्र विगत 30 मार्च 2015 को न्यायालय में दाखिल कर दिया। स्पेशल पाक्सो कोर्ट में चल रहे इस मुकदमे की पैरवी में बरदह थाने के इंस्पेक्टर जगदीश उपाध्याय व पैरोकार मनीष कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके चलते न्यायालय ने इस मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी दिलशाद उर्फ शेरू पुत्र मुस्ताक निवासी ग्राम नुआवां थाना बरदह को दोषी पाते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने विवेचक जगदीश उपाध्याय को दो हजार तथा पैरोकार मनीष कुमार को एक हजार नगद पुरस्कार प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। एसपी की इस कार्यवाही से पुलिस महकमे के लोगों का मनोबल बढ़ा नजर आया।