पंजाब कांग्रेस द्वारा खुले छोड़े जा रहे गुंडावाद की भारी कीमत अदा कर रहे हैं: सरदार सुखबीर सिंह बादल
मोगा में चुनाव से जुड़ी हिंसा में दो अकाली वर्करों की हत्या की निंदा की कहा कि एसईसी कांग्रेसी गुंडो पर लगाम लगाने में विफल रहा है, राज्यपाल कमिशनर को बर्खास्त करें
फिरोजपुर 10 फरवरी (कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता):
शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि पंजाबियों को कांग्रेस पार्टी द्वारा खुले छोड़े जा रहे गुंडावाद की भारी कीमत अदा करनी पड़ रही है, राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर से अनुरोध किया है कि वे कल रात मोगा में गई जानों को न टाल पाने तथा उन्होने नगर निकायों के स्वतंत्र तथा निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) की निंदा की ।
कल रात मोगा में दो अकाली वर्करों हरमिंदर तथा जगदीप को मारकर कांग्रेसियों ने जो बर्बर तरीके से भागे , उसकी निंदा करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि इन मौतों के लिए एसईसी सीधे तौर पर जिम्मेदार है क्योंकि वह एक सप्ताह से अधिक समय से बार बार शिकायत करने के बावजूद कांग्रेसी गुंडों पर लगाम लगाने में विफल रही है। ‘ अगर एसईसी ने अपना कर्तव्य निभाया होता तथा राज्य पुलिस को जलालाबद तथा भिखीविंड में अकाली दल वर्कश्रों पर सशस्त्र हमलों में कार्रवाई का निर्देश दिया होता , तो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हौसला इतना न बढ़ा होता कि इतनी बर्बरता से अकाली वर्करों की हत्या कर दी गई।
सरदार बादल ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वे हस्तक्षेप करें तथा राज्य पुलिस को कानून व्यवस्था बहाल करने के निर्देश दें। ‘ उन पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए जो कांग्रेसी वर्करों के लिए काम कर रहे हैं तथा लोगों को अपने लोकतांत्रिक अधिकार प्रयोग करने की अनुमति नही दी जा रही है। उन्होने राज्यपाल से अनुरोध किया कि कांग्रेसी विधायकों के कहने पर राज्य एजेंसियों को अकाली वर्करों को परेशान करना बंद करने का निर्देश दिया जाना चाहिए, तथा जिन अकाली वर्करों के बिजनेसों पर डराने घमकाने के लिए छापे मारे जा रहे हैं वे बंद कर देने चाहिए।
सरदार बादल ने राज्यपाल से लोकतांत्रिक सिद्धांतो की रक्षा करने में विफल रहने के लिए राज्य चुनाव कमिशन को बर्खास्त करने का अनुरोध किया है। उन्होने कहा कि स्वतंत्र तथा निष्पक्ष चुनाव के लिए हम एक पखवाड़े से अधिक समय से अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग कर रहे हैं। हमने यह भी मांग की है कि बूथ हेराफेरी टालने के लिए तत्काल मतों की गिनती तथा बूथों के अंदर वीडियोग्राफी की अनुमति दी जाए। सरदार बादल ने कहा कि एसईसी इस मामले में सो रहा है तथा सरकारी कमिशन की तरह व्यवहार कर रहा है। उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।
जब अकाली दल अध्यक्ष से सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि शिरोमणी अकाली दल संसद में किसानों के साथ चट्टान की तरह खड़ा हुआ है तथा तीनों खेती बिलों को निरस्त करने की मांग कर रहा है तथा सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज की खरीद तथा स्वामीनाथन आयोग को अक्षरश लागू करने का आश्वासन दिया है। उन्होने कहा कि पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के दोहरे मापदंड का भी पर्दाफाश किया था। ‘ उन्होने कहा कि यह सच है कि प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्रियों की कार्यसमिति के प्रमुख के रूप में सिफारिश की थी कि यह न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे कोई किसान व्यापारी से लेने देन नही किया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यही बात देश भर के किसानों द्वारा मांग की जा रही है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह किसानों के कल्याण को ध्यान में रखकर इस मुददे को जल्द से जल्द समाधान करे।