मतदान स्थल पर पहुंचकर अपने मत का करें पूर्ण प्रयोग इमरोज अहमद
✍️, जिला संवाददाता प्रशांत कुमार त्रिवेदी
कन्नौज । युवा समाजसेवी इमरोज़ अहमद ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व का आयोजन आगामी दिनांक 20 फरवरी को होने जा रहा है । इस उत्सव में हम सभी 5 वर्षों के लिए विधानसभा चुनाव में 100% मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत करें सोमवार को युवा समाजसेवी इमरोज अहमद ने पत्रकारों से रूबरू होकर जिले की आवाम को मतदान के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि सभी लोग बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के महापर्व पर ज्यादा से ज्यादा मतदान करें । इमरोज़ अहमद ने कहा कि लोकतंत्र में अब प्राया सारी राजनीतिक गतिविधियां वोटों के गणित पर ही आधारित होकर संचालित होने लगी हैं । लोग हित की बात पीछे छूट गई है। अब अक्सर चतुर चालाक राजनीतिक जनता का मत चुनाव के अवसर पर पाने के लिए अनेक प्रकार के सब्जबाग दिखाया । अब अक्सर चतुर चालाक राजनीतिक जनता का मत चुनाव के अवसर पर पाने के लिए अनेक प्रकार के सब्जबाग दिखाया करते हैं । जनता को तरह-तरह के आश्वासन और झांसे भी दिया करते हैं । अब यह मतदान पर निर्भर करता है। कि वह उनके सफेद झांसे में आता है कि नहीं। इसे इस परंपरा की एक सीमा भी कहा जा सकता है। फिर भी निशा यही आज का मतदाता बड़ा ही जागरूक सजग और सावधान है भाई लोकतंत्र और चुनाव दोनों का अर्थ और महत्व भली प्रकार समझता है। अतः चुनाव के अवसर पर वह सही व्यक्ति को वोट देकर लोकतंत्र की रक्षा तो कर ही सकता है । उसके जनहित मैं विकास में भी सहायता पहुंचा सकता है । अतः चुनाव के समय की घोषणाओं को ही उसे सामने नहीं रखना चाहिए । बल्कि नींद क्षीर विवेक से काम ले कर उपयुक्त ईमानदार और जनहित के लिए प्रतिबंध व्यक्ति के पक्ष में ही मतदान करना चाहिए। तभी सच्चे अर्थों में वास्तविक लोकतंत्र की रक्षा संभव हो सकती है। सपा नेता ने कहा कि चुनाव क्योंकि लोकतंत्र की अनिवार्य शर्त और सफलता की कसौटी भी है । अतः प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य हो जाता है कि वह उसके प्रति सावधान रहे कई बार ऐसा होता है । कि कुछ लोग यह सोच कर चुनावों के समय मत प्रयोग नहीं भी करते कि हमारे एक मत के अब अक्सर चतुर चालाक राजनीतिक जनता का मत चुनाव के अवसर पर पाने के लिए अनेक प्रकार के सब्जबाग दिखाया करते हैं। जनता को तरह-तरह के आश्वासन और झांसे भी दिया करते हैं। अब यह मतदान पर निर्भर करता है। कि वह उनके सफेद झांसे में आता है कि नहीं । इसे इस परंपरा की एक सीमा भी कहा जा सकता है। फिर भी निशा यही आज का मतदाता बड़ा ही जागरूक सजग और सावधान है । भाई लोकतंत्र और चुनाव दोनों का अर्थ और महत्व भली प्रकार समझता है । अतः चुनाव के अवसर पर वह सही व्यक्ति को वोट देकर लोकतंत्र की रक्षा तो कर ही सकता है। उसके जनहित मैं विकास में भी सहायता पहुंचा सकता है। अतः चुनाव के समय की घोषणाओं को ही उसे सामने नहीं रखना चाहिए बल्कि नींद क्षीर विवेक से काम ले कर उपयुक्त ईमानदार और जनहित के लिए प्रतिबंध व्यक्ति के पक्ष में ही मतदान करना चाहिए। तभी सच्चे अर्थों में वास्तविक लोकतंत्र की रक्षा संभव हो सकती है। सपा नेता ने कहा कि चुनाव क्योंकि लोकतंत्र की अनिवार्य शर्त और सफलता की कसौटी भी है । अतः प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य हो जाता है कि वह उसके प्रति सावधान रहे कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोग यह सोच कर चुनावों के समय मत प्रयोग नहीं भी करते । कि हमारे एक मत के ना डालने से क्या बनने बिगड़ने वाला है पर बस तू तो बात ऐसी नहीं कई बार हार जीत का निर्णय केवल एक ही बोर्ड पर निर्भर हुआ करता है । हमारे एक वोट देना डालने से अच्छा उम्मीदवार हार और अयाचित उम्मीदवार जी सकता है । मान लो हमारी तरह यदि अन्य कई लोग भी वोट न डालने की मानसिकता बना कर बैठ जाएं तब चुनाव क्या एक खिलवाड़ बनकर नहीं रह जाएगा । सजग सावधान और जागरूक मतदाता ही चुनाव को सार्थक बनाने की भूमिका निभा सकता है । अतः अपने मत का प्रयोग अवश्य परंतु सोच समझ कर करना चाहिए यही उसका सदुपयोग सार्थकता और हमारी जागरूकता का परिचायक भी है । इमरोज अहमद ने अपने सभी लोगों से लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की । इमरोज़ अहमद ने अन्य लोगों से भी कहा कि मतदाताओं को उन्हें जागरूक करना और लोकतंत्र की प्रक्रिया का हिस्सा बनना बहुत महत्वपूर्ण है । उन्हें अपने अधिकारों और दायित्व का एहसास करना बहुत जरूरी है । इस तरह से हम लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी बढ़ा सकते हैं । अपना वोट नए भारत का अधिकार साबित होगा बोर्ड की शक्ति लोकतंत्र के सबसे बड़ी ताकत है । लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए
मतदान सबसे प्रभावी उपकरण है और सोच समझकर वोट करें वोट जरूर करें यह आपका हक है ।