अररिया में हिजाब के समर्थन में निकाला गया शांति जुलुश ,
भारत मे नफरत फैलाने वालों से सरकार सख्ती से निपटे , आपसी सौहार्द खत्म होगया, तो देश का होगा नुकसान,
अररिया
शुक्रवार को दिन के दो बजे जीरोमाइल से चांदनी चौक तक कर्नाटक में हुए हिजाब मामले को लेकर शांति प्रदर्शन व जुलुश निकाला गया, जिसमे सेकड़ो की संख्या में महिला पुरुष व छात्र व छात्राएं ने भाग लिया । जुलुश में सभी हिजाब पर कानून को हाथ मे लेकर प्रतिक्रया देने वालो के खिलाफ हमला बोला ।संविधान विरोधी कार्य करने वालो की सख्ती से निंदा की । जुलुश की अगुवाई करते हुए जिलापरिषद सदस्य सबा परवीन , वार्ड पार्षद अर्शी परवीन उर्फ लवली नवाब व जाहिद आलम , फेशल जावेद यासीन, कांग्रेसी नेता मासूम रजा, राजद नेता कमाल हक, रजी अनवर, मोहतसिंम अख्तर, शम्स रेजा , सबा परवीन, अलीशा , सहित दर्जनों लोगों ने कड़ी आलोचना करते हुए इस घिनोनी हरकतों को उन्हें संविधान विरोधी बताया , इस मौके पर जुलुश में शामिल लोगों ने कहा कि वह कौन लोग हैं जो देश मे बार बार अलग अलग नामो से नफरत फैलाने का काम करते है और आपसी भाईचारा को बिगाड़ने में लगे हुए है। लिहाजा नफरत की खेती करने वाले संस्थाओ पर सरकार सख्ती से निपटे, क्यो की हमारे देश मे आपसी सौहार्द खत्म होगया तो देश का बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि यह देश सोफी संतो का देश है यहां सभी को अपने मजहब के हिसाब से जीने का अधिकार संविधान में दिया गया है , यहां हिन्दू मुस्लिम तमाम धर्मो के लोगों आपसी सौहार्द के साथ साथ प्रेम व मुहब्बत से रहते आरहे हैं,और यही मेरे भारत देश की मुख्य पहचान है लेकिन देश की जनता उनके नापाक मंसूबो को कभी कामयाब नही होने देंगे। जुलुश में उपस्थित महिलाओं ने कहा कि हिजाब हमारी पहचान है। हमारा संस्कार है, पर्दा करना भारत की संस्कृति है । हम हिज़ाब के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे । भारत के संविधान ने हमें अपनी पसंद के खाने, अपनी पसंद के पहनने का अधिकार दिया है, इस अधिकार को हम से छीनने का हक किसी को नहीं है और ना ही हिज़ाब के विरोध करने का अधिकार किसी को है। हम अपने हक,अधिकार, संस्कृति के लिए आखरी दम तक लड़ते रहे हैं,और लड़ते रहेंगे ।
महिलाओं ने सरकार से अनुरोध किया है कि पहनावे के नाम या खाने के नाम पर अगर कोई भी किसी भी प्रकार महिलाओं के विरूद्ध विरोध करता है तो ऐसे लोगों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए, तभी महिलाएं सुरक्षित रहेंगी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का आंदोलन सफल होगा।
रेली के बाद महिलाओं ने अररिया अनुमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर सरकार से कानून का हवाला देते हुए अपने पसंद के कपड़े और हिज़ाब पहनने दिये जाने की मांग की है । रैली शांति पूर्ण सम्पन हुआ।
रैली में मुख्य रूप से नाजिश रेजा , सबा फैसल, लवली नवाब, डाॅ॰ ज़ाहिद अनवर, आफताब आलम, फैसल जावेद,मासूम रेज़ा, मुजम्मिल जमाल, डाॅ एस आर झा वदुद आलम, जहाँ आरा, शबाना खातून, रुख्साना, जैदा खातुन, रोजीना खातुन, फिरोजा खातुन, आशीष रंजन, अभिषेक, रज़ी अनवर, हलचल अली, रागिब अली, अफसाना खातून, वदूद नेजामी, अजमत रेजा, साहेब रेजा, सालिम जफर, अदनान नौशाद एवं स्कूल कॉलेज की छात्राएँ आदि शामिल थे।
अररिया फोटो नंबर 1 रैली में शामिल आमजन व महिलाएं