आजमगढ़ 12 फरवरी– जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने आज पौराणिक स्थल चंद्रमा ऋषि आश्रम का आकस्मिक निरीक्षण किया l
जिलाधिकारी ने आश्रम के प्रवेश द्वार के बगल में खाली पड़ी जमीन को कमल सरोवर के रूप में विकसित करने के लिए कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरोवर को तमसा नदी से इस प्रकार से जोड़ने की कार्य योजना बनाई जाए कि हमेशा साफ व स्वच्छ पानी की आपूर्ति होती रहे। उन्होंने कहा कि सरोवर मे इतना साफ पानी होना चाहिए कि पूजा पाठ करने के लिए आने वाले श्रद्धालु/पर्यटक सरोवर के पानी से आचमन कर सकें l
जिलाधिकारी ने प्रवेश द्वार के बगल में बने हुए पार्क को नवग्रह नक्षत्र वाटिका के रूप में विकसित करने की कार्य योजना बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए l जिलाधिकारी ने मंदिर के नाम स्थापित ट्रस्ट के नाम पर खाता खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर के नाम पर मिलने वाले अनुदान को सुरक्षित रखा जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि ऑनलाइन अनुदान के लिए वेबसाइट बनाई जाए। उन्होंने कहा कि मंदिर के पुजारी के लिए मासिक मानदेय निर्धारित किया जाए, जिसका भुगतान ट्रस्ट द्वारा किया जाए।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेन रोड से जोड़ने वाले संपर्क मार्ग को मरम्मत कर किनारे-किनारे फूल-पौधे लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि सड़क के किनारे एक बड़ा सा साइन बोर्ड लगाया जाए, जिसमें साइन बोर्ड में मंदिर के मार्ग को दर्शाया जाए । उन्होंने सोलर लाइटों को हटाकर हाईमास्क हायलोजन लाइट लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने पार्क के चारों तरफ मनरेगा द्वारा ऊंची और मजबूत बाउंड्रीवॉल बनाने के लिए निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आश्रम कैम्पस के अंदर इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड स्थापित किया जाए, जिसमें चंद्रमा ऋषि से संबंधित कहानियां चलती रहे। उन्होने कैम्पस का निरीक्षण करते हुए कहा कि नदी की साफ सफाई का विशेष प्रबंध करते हुए सीढ़ियों पर मार्बल लगाने की कार्य योजना तैयार करें। रैन बसेरा के लिए मंदिर परिसर के अंदर दूसरे जगह पर बनाने के लिए कार्यदाई संस्था को निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिल कुमार मिश्र, अधिशासी अभियंता सिंचाई, खंड विकास अधिकारी, डीपीआरओ लालजी दुबे, कार्यदाई संस्था के प्रतिनिधि सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।