हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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अपनी बुद्धि अगर कार्य ना करे तो किसी भी विद्वान से सलाह लेने में कोई बुराई नही नीति शास्त्र : स्वामी वेद पुरी।
पिहोवा :- शिवशक्ति पीठ आश्रम के स्वामी वेद पुरी जी महाराज ने बताया कि पड़ोस में बसने वाले व्यक्ति चाहे अनपढ़ हो तो भी कोई फर्क नही पड़ता क्योंकि उनमें भी दिमाग होता है लेकिन पड़ोसी मंदबुद्धि हो तो जीवन नरक के समान हो जाता है अक्सर देखा गया है कि पड़ोस वाला मंदबुद्धि व्यक्ति हमेशा उल्टा ही सोचता रहता है।
स्वामी जी ने बताया कि मंदबुद्धि पड़ोसी उस जख्मी सर्प के समान होता है जिस पर अगर आप जितना मर्जी मलहम लगा कर उसका जख्म ठीक करने का प्रयास भी करोगे तो भी वो अपना डंक मरेगा उसका स्वभाव ही डंक मरना है उन्होंने कहा कि ऐसे बुद्धिहीन पड़ोसियों से हमेशा सतर्क रहना चाहिए। उनसे दूरी बनाने में ही भलाई है।
स्वामी जी ने बताया कि नीति शास्त्र में भी इस बात का वर्णन मिलता है की जिस व्यक्ति की अपनी बुद्धि काम नही करती वो व्यक्ति किसी भी विद्वान से सलाह लेकर अपना पड़ोस ठीक रख सकता है और तनाव से मुक्त हो सकता है।