मंजिल उन्ही को मिलती है
जिनके सपनो में जान होती है,
पंख से कुछ नहीं होता
हौसलों से उड़ान होती है
आज इन दिव्यांग के जज्बे के आगे नतमस्तक हु यह विश्वास ही हैं जो कमल के लिए ,मोदी जी के लिए इनके मन में हैं आज अपने कर्तव्य ओर राष्ट्रवाद के लिए इन्होंने विपरीत स्थिति में अपना मतदान किया
ओर में चुनाव अधिकारियों का भी ससम्मान आभार प्रकट करता हु की उन्होंने भरपुर सहयोग किया।