प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की बदौलत नियोजन संबंधी उपायों को बढ़ावा देने का होगा प्रयास
-सदर अस्पताल में विभिन्न स्वास्थ्य इकाई में कार्यरत जीएनएम व एएनएम को दिया जा रहा प्रशिक्षण
-परिवार नियोजन के लिये उपलब्ध साधन व इसके बेहतर उपयोग की दी जा रही जानकारी
अररिया
परिवार नियोजन के उपायों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न स्वास्थ्य इकाई में कार्यरत एएनएम व जीएनएम को प्रशिक्षित किया जा रहा है। सदर अस्पताल में दिये जा रहे प्रशिक्षण में जिले के सभी प्रखंडों से चिह्नित स्वास्थ्य कर्मी भाग ले रहे हैं। प्रशिक्षण के लिये तीन बैच का निर्धारण किया गया है। एक बैच में 32 कर्मी के प्रशिक्षण में शामिल होने का इंतजाम है। प्रशिक्षण के क्रम में स्वास्थ्य कर्मियों को परिवार नियोजन के लिये उपलब्ध अस्थायी साधन, इसे लेकर संचालित व्हाट्सएप मैसेज संबंधी सेवाओं की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका केयर इंडिया के एफपीसी अैय्याज असरफी व फैमली प्लानिंग कॉर्डिनेटर अविनाश कुमार निभा रहे हैं।
धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहे हैं नियोजन के अस्थायी उपाय :
प्रशिक्षण के दौरान एफपी कॉर्डिनेटर अविनाश आनंद ने बताया कि परिवार नियोजन संबंधी उपायों को लेकर अभी भी लोगों में जानकारी का अभाव है। एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी फिल्ड विजिट व स्वास्थ्य इकाईयों में महिलाओं को इसे लेकर जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के अस्थायी उपाय धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहे हैं। बेहतर काउंसिलिंग, नियोजन संबंधी उपलब्ध विकल्प की जानकारी, विकल्पों के चयन में योग्य महिलाओं की मदद करके उन्हें इन साधनों के उपयोग के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा सकता है। परिवार नियोजन के अस्थायी साधन के रूप में अंतरा, छाया, कॉपर टी, सहित कई अन्य विकल्प हमारे पास उपलब्ध हैं। इसके प्रति योग्य महिलाओं को जागरूक करते हुए इसके उपयोग के लिये प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
खुशहाल जीवन के लिये परिवार का छोटा आकार होना जरूरी :
केयर इंडिया के एफपीसी अैय्याज अशरफी ने बताया कि परिवार नियोजन को सामाजिक की जगह व्यैक्तिगत महत्व से जोड़ा जाना चाहिये। व्यक्तिगत स्तर पर इसके कई फायदें हैं। जैसे सबसे पहले तो दो बच्चों के बीच पर्याप्त अंतर का होना मां के बेहतर स्वास्थ्य के लिये जरूरी है। इतना नहीं परिवार के आर्थिक, सामाजिक, पोषण व शिक्षा जैसी जरूरतों के लिहाज से भी परिवार का छोटा आकार जरूरी है। कुपोषण के मामलों को कम करने, घरेलू खर्च को नियंत्रित करने, व मातृ-शिशु मुत्यु दर के मामलों में कमी लाने के लिहाज से परिवार नियोजन संबंधी अस्थायी साधन का उपयोग बेहद प्रभावी साबित हो सकता है।
व्हाट्सएप के जरिये दी जा रही नियोजन संबंधी जानकारी :
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि व्हाट्सएप के जरिये भी अब लोग परिवार नियोजन से संबंधित समुचित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस सेवा के बहाल होने के बाद लोगों को काफी सहूलियत हुई है। स्वास्थ्य कर्मियों को इस सेवा के प्रति लोगों को जागरूक करने को कहा गया। इस सुविधा का लाभ लेने के लिये सबसे पहले 9031691691 पर हाय लिखकर मैसेज करना होता है। इसके बाद व्यक्ति से उसका नाम व पता पूछा जाता है। फिर एक-एक कर परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी मैसेज के जरिये भेजा जाता है। मैसेज के जरिये आप अपनी समस्या भी रख सकते हैं। जवाब में उसके समाधान के तरीके भी मैसेजिंग के जरिये बताये जा रहे हैं।