कुरुक्षेत्र धर्मनगरी का विश्व के प्रत्येक नागरिक को करना चाहिए भ्रमण : गोपाल।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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त्रिनिदाद एंड टोबैगो के हाई कमीश्नर ने किया धर्मनगरी का भ्रमण।
विभिन्न स्थलों को देखकर हुए गदगद।
सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ने मेहमानों को भेंट किया सरस्वती का जल।
14 से 16 फरवरी तक तीनों कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे त्रिनिदाद एंड टोबैगो के हाई कमीश्नर।
कुरुक्षेत्र 13 फरवरी :- त्रिनिदाद एंड टोबैगो के हाई कमीश्नर डा. रोजार गोपाल ने कहा कि भारत एक सांस्कृतिक और धार्मिक देश है, यहां की सभ्यता वर्षों पुरानी है और भारत को ऋषि और मुनियों का देश भी कहा जाता है। इस देश की अधिकतर सभ्यता नदियों के किनारे ही फली-फुली है। विश्व के प्रत्येक नागरिक को भारत का भ्रमण करना चाहिए और खासकर धार्मिक नगरी कुरुक्षेत्र के दर्शन जरुर करने चाहिए।
त्रिनिदाद एंड टोबैगो के हाई कमीश्नर डा. रोजार गोपाल शनिवार को कुरुक्षेत्र के विभिन्न धार्मिक स्थलों का भ्रमण करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इस दौरान सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने हाई कमीश्नर को पवित्र नदी सरस्वती का जल भी भेंट किया। हाई कमीश्नर डा. रोजार गोपाल ने कहा कि वह कुरुक्षेत्र के विभिन्न धार्मिक और पर्यटन स्थलों को देखकर गदगद हो गए है। पवित्र ब्रहमसरोवर के अथाह जल को देखकर एक सुखद अनुभूति का अहसास होता है। इस धरा पर आकर मन को आत्मिक शांति का एहसास होता है। इसलिए सभी को धार्मिक नगरी कुरुक्षेत्र के धार्मिक व पर्यटन स्थलों का भ्रमण जरुर करना चाहिए।
हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का आगाज 14 फरवरी को आदि बद्री सरस्वती उदगम स्थल से होगा। इस स्थल पर शुभाम्भ अवसर पर 21 कुंडीय हवन यज्ञ का आयोजन होगा और इस हवन यज्ञ में लोग अपने परिजनों के साथ शिरकत कर सकेंगे। इस महोत्सव को लेकर 15 फरवरी को विद्या भारती शिक्षण संस्थान में सैमिनार और 16 फरवरी को पिहोवा में कार्यक्रम होंगे। इन सभी कार्यक्रमों में त्रिनिदाद एंड टोबैगो के हाई कमीश्नर डा. रोजार गोपाल भी शिरकत करंगे। उन्होंने कहा कि 16 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के समापन अवसर पर पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर सुबह के समय 21 कुंडीय हवन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा और सायं के समय भजन संध्या का आयोजन होगा। सरस्वती महोत्सव के समापन समारोह पर सरस्वती तीर्थ के पावन तट पर महाआरती का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर एसई अरविन्द कौशिक, डा. एआर चौधरी भी मौजूद थे।