नुरुल हुदा प्रदेश युवा अध्यक्ष ओलमा कौंसिल ने कहा कि जिस तरीके 20 % को इग्नोर कर सत्ता हाशिल करने का सपना देखने वाली समाज वादी , कांग्रेस और भाजपा समेत सो काल सेकुलर पार्टियों का मुंगेरीलाल का सपना साबित होगा यूनाईटेड डेमोक्रेटिक एलायंस के बिना उत्तर प्रदेश में सरकार बनाना मुश्किल है हिज़ाब के सवाल पर माननीय मुख्यमंत्री जी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बाबा जी 5 साल भगवा पहन कर सरकार चलाए तो किसी कोई आपत्ति नहीं हुई , भारत के संविधान में ये सबको अधिकार प्राप्त है कि वह अपने धर्म के पोसाक पहनें और जो चाहें भोजन ले यह बाबा नहीं तय करेंगे ओलमा कौन्सिल , पीस पार्टी , नागरिक एकता पार्टी के अलावा भी कुछ बड़े ऐसे दल से गठबंधन कर तैयारी कर रही है जो मुस्लिम दलित व शोषित बंचित समाज विरोधी के ताबूत में अंतिम कील साबित होगा । नुरुल हुदा ने कहा कि चुनाव आते ज़ाते रहेगे पर मुश्किल बक्त मे हमारी कयादात हमारी ताकत बनकर खडी रहती हैं ज़िसे हम सभी ने मजबूत किया है और आगे सहयोग करके 2022 मे सरकार मे हिस्सेदारी की तैयारी के साथ चुनावी मैदान मे उतरे हैं हुदा ने कहा जो पार्टिया सेकुलरिज्म का डांका पीट रही हैं उनके मुस्लिम नेता अपने मुखिया से कहें की सियासत मे उन्हे क्या हिस्सेदारी हैं ?
यदि उनकी पार्टी सेकुलर हैं तो मुस्लिम कयादात बाली पार्टियो से गठबंधन क्यो नहीं की ? साथ ही अखिलेश यादव को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जनवादी , सुहेलदेव पार्टी व कृष्णा पटेल समेत उन सभी भाजपा के दगे कारतूसों के बदौलत सरकार बनाने का सपना 10 मार्च को चकना चूर हो जायेगा और नहीं तो समाजवादी पार्टी बताये कि मुस्लिम दलों से क्या एलर्जी है ? मुस्लिम हिस्सेदारी को देने में इतना तकलीफ़ क्यों हो रहा है ?सिर्फ़ हमारे वोटों से सरकार बनाकर हमें मुज़फ्फरनगर , अस्थान , फैज़ाबाद और तमाम जगहों पर दंगा करा कर हमारे समाज को BJP का भूत देखा कर कबतक डराएंगे ।अब तक जो गठबंधन हुए हैं उनका जानाधार कम हैं इससे मुस्लिम कयादात का डर सताने लगा क्यो की अब हिस्सेदारी की बात है l इन्हे वोंट मुस्लिम का चाहिए लेकिन कयादात और हिस्सेदारी मुस्लिम नही l