देहरादून: उत्तराखंड में मतदान संपन्न हो चुका है, लेकिन चुनाव परिणामों को लेकर सभी राजनीतिक दलों की धड़कने बढ़ी हुई हैं। चुनाव परिणाम से पहले ही राजनीतिक दल गठजोड़ में अभी से लग गए हैं। वहीं, चुनाव परिणामों आने से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी फिल्डिंग बिछाने में लगे हुए हैं। इस क्रम में आज उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की।
जहां इस बार उत्तराखंड चुनाव में भाजपा ने काफी हद तक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को साइड लाइन रखा, लेकिन आज एक बार फिर से भाजपा को अपने बड़े और अनुभवी नेता त्रिवेंद्र रावत की याद आई है। आज शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिवेंद्र रावत से मुलाकात करने पहुंचे। सीएम धामी देर तक त्रिवेंद्र रावत के आवास पर रुके. इस दौरान घंटों तक धामी ने त्रिवेंद्र रावत से कई विषयों पर चर्चा की।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में 10 मार्च को चुनाव परिणाम आने हैं। वहीं, चुनाव परिणाम आने के बाद सरकार का गठन होना है. भाजपा की अगर ज्यादा सीटें नहीं आती है तो ऐसे में विधायक दल का नेता चुनना भी एक टेढी खीर होगी। जिसको लेकर भाजपा में अभी से सक्रिय हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इन्ही सब मुद्दों को लेकर सीएम धामी अभी से पार्टी नेताओं को साधने में जुट गए हैं।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत राजनीति और भाजपा में अपना एक अलग औहदा रखते हैं। उनके कई करीबी इस बार चुनाव लड़ रहे हैं और उनके जीतने भी की भी उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में जीत के आने वाले नेता किसका समर्थन करेंगे, यह बेहद अहम है. वहीं, इन्हीं सब कयासबाजियों के बीच सीएम धामी अभी से अपनी फील्डिंग बिछानी तेज कर दी है।
वहीं, इसके अलावा एक और विषय पर भी सीएम धामी और त्रिवेंद्र रावत की मुलाकात के दौरान चर्चा हुई, जो मौजूदा समय में उत्तराखंड में हो रही भाजपा की किरकिरी को लेकर है। बता दें कि मतदान के बाद से ही प्रदेश में माहौल भाजपा के खिलाफ बन रहा है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका भाजपा के ही नेताओं की है।
चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रत्याशियों के आए दिन अपनी ही पार्टी के खिलाफ असहज करने वाले बयान आ रहे हैं। ऐसे में सीएम धामी ने अपने अनुभवी नेता त्रिवेंद्र रावत से इस बात पर भी चर्चा की कि कहां पर कमी रह गई है और किस तरह से इन हालातों से निपटा जा सकता है?