मध्य प्रदेश// सतना /उप जेल मैहर जिला सतना मध्यप्रदेश की जेल बना भ्रष्टाचार का अड्डा?
ब्यूरो चीफ// राहुल कुशवाहा रीवा मध्यप्रदेश..8889284934
पहले भी जेलर के खिलाफ शिकायतों के बाद भी कार्यवाही ठंडे बस्ते में क्यो?
गोवर्धन गुप्ता मैहर । उप जेल मैहर के जेलर रामजी त्रिपाठी के द्वारा की जाने वाली काली करतुते थमने का नाम नही ले रही है आपको बता दे कि अभी दिलीप गुप्ता के साथ मारपीट की शिकायत के बाद अब वो वीडियो भी सामने आ गया जिससे ये साबित होता है कि रुपये के लिए किस तरह बाकायदा कुर्सी लगाकर जेल बाउंड्री के अंदर दुकान चलाई जा रही है और रुपया की मांग की जा रही मन मुताबिक रुपया नही मिलता तो कैदियों से मारपीट भी होती होती होगी। बाहर मिलने जुलने वाले परिजनों से रुपये किस तरह लेते है जब कम लगता है तो और मांग खुलेआम गुंडई के बल पर की जाती है उसके बाद रुपये की दम से परिजनों का खाने पीने का सामान के साथ कुछ जरूरी सामग्री भी परिजनों द्वारा दी जाती है जबकि साबुन , निरमा भी व चॉकलेट व बिस्कुट तक भेजी जाती है जिसके बदले पहले रुपया ले लिया जाता है उसके बाद समान अंदर लिया जाता है जबकी कोई गारंटी नही की परिजनों का दिया हुआ सामग्री कैदी तक पहुचता भी है कि नही कोई गारंटी नही सूत्रों की माने तो अंदर कैदियों से मारपीट कर परिजनों से रुपया मांगने का ये जेल में तरीका है जिससे जब ज्यादा मारपीट हो जाती है तो ताबड़तोड़ दवाई कराई जाती है लेकिन कैदी कुछ डर के कारण बोल नही पाता और डॉक्टर भी इलाज कर चले जाते होंगे , कैदियों द्वारा इस पर न बोलने का कारण भी की इलाज के बाद फिर उसको उसी जेल में जाना पड़ता है इस डर से कैदी मारपीट के दर्द को सहते है और मैहर के जेलर रामजी त्रिपाठी और उसके सजग प्रहरी वाले गुर्गों की प्रताड़ना झेलना मजबूरी है , जानकारों की माने तो मारपीट के मामले में जेल विभाग को कईं बार शिकायते भी की गई, साथ ही रुपये लेकर जेल में कैदियों को वीआईपी व्यवस्था भी दी जाती है साथ ही रुपये लेकर जेल में सभी तरह के नसे की भी व्यवस्था कराई जाती है, ताना शाह जेलर की लिखित शिकायत हुई लेकिन वो भी भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ गई उच्चाधिकारियों तक पहुच ही नही पाती, साथ ही नियमानुसार जेल में ही शासन स्तर की गाइडलाइन के मुताबिक सभी वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएगी लेकिन रुपये कमाने की होड़ ने सारी शासन की गाइडलाइन को कचरे की ढेर में डाल चुका मैहर जेल प्रभारी रामजी त्रिपाठी जबकि जेलर द्वारा रुपया बटोर कर सोने के महल बनाते है क्योंकि ऐसा लगता है कि जेल के सुरक्षा व्यवस्था वाले मैहर जेलर जैसे लोगो को स्वर्ग जाते समय रुपया पैसा सोना चांदी और इट पथ्थर से बनी महल साथ मे लेकर स्वर्ग जाएंगे शायद स्वर्ग में श्रीमान जेलर साहब ने स्वर्ग में जमीन बुक कर लिए है 5 जी वाली मोबाइल से इस लिए गरीबो को जेल में तोड़ो और रुपया पैसा बटोरो का बड़ा कारोबार चल रहा है या यूं कहें कि शासन की व्यवस्था को अपनी ओभर टाइम की कमाई का जरिया जेलर ने बना लिया है। अब देखना यह है कि अपराध की सजा पाने कैदी खुद जेल में गये है तो कैदियों पर अत्याचारी जेलर व उसके सहयोगियों पर क्या कार्यवाही होती है या इस भ्र्ष्टाचारी व अत्याचारी जेलर पर फिर पर्दा डाला जाता?