बच्चों को दो बूंद दवा पिलाकर जिलाधिकारी ने किया पल्स पोलियो अभियान का उद्घाटन
-शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो की दवा पिलाना लक्ष्य, अभियान की सफलता सभी का सहयोग जरूरी
-पांच दिवसीय अभियान में 0 से 5 साल के 7.31 लाख बच्चों को पिलायी जानी है पोलियो की दवा
-हर स्तर पर अभियान का अनुश्रवण जरूरी, दवा की बर्बादी को कम करने का करें प्रयास
अररिया
जिले में पांच दिनों तक चलने वाला पल्स पोलियो अभियान रविवार को शुरू हुआ। सदर अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र परिसर में इसे लेकर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच व सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बच्चों को दवा पिलाकर अभियान का विधिवत उद्घाटन किया। मौके पर डीआईओ डॉ मोईज, अररिया पीएचसी प्रभारी डॉ जावेद, डॉ जीतेंद्र प्रसाद, डीपीएम रेहान अशरफ, एसएमसी यूनिसेफ आदित्य कुमार सिंह, यूएनडीपी के वीसीसीएम शकील आजम, डब्ल्यूएचओ के प्रशासनिक सहायक विवेक कुमार गुप्ता, बीएचएम अररिया सईदुर्रजमा, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
नौनिहालों का सुरक्षित भविष्य हम सब की जिम्मेदारी:
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच ने कहा दो बूंद पोलियो की दवा बच्चों को पोलियो सहित अन्य कई बीमारियों से निजात दिलाती है। पोलियो बच्चों में स्थायी विकलांगता के सबसे बड़े कारणों में से एक है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों में पोलियो संक्रमण का खतरा अधिक होता है। पोलियो का कोई इलाज नहीं। टीका की मदद से ही इसकी रोकथाम की जा सकती है। नौनिहालों के सुरक्षित व स्वस्थ्य भविष्य के लिये उन्होंने अभियान की सफलता को महत्वपूर्ण बताया। अभियान में संलग्न सभी स्वास्थ्य कर्मी व अधिकारियों के साथ-साथ आम लोगों की भी यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने परिवार व आसपास के 0 से 5 साल तक के तमाम बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने में अपना समुचित सहयोग दें। उन्होंने अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।
अभियान की सफलता के लिये की गयी है जरूरी तैयारी :
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि अभियान के तहत जिले में 7.31 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिये हर स्तर पर जरूरी प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की दवा पिलायेंगी। उन्होंने कहा कि दवा बर्बाद न हो कर्मी इस बात का विशेष तौर पर ध्यान दें। अभियान के दौरान कोई बच्चा दवा सेवन से वंचित न रहे इसका विशेष ख्याल रखने की बात उन्होंने कही।
बनाये गये हैं 1402 टीकाकरण दल व 213 ट्रांजिट टीम :
अभियान से संबंधित तैयारियों की जानकारी देते हुए डीआईओ डॉ मोईज ने कहा कि दवा पिलाने के लिये कुल 213 ट्रांजिट टीम बनायी गयी हैं। जो बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, प्रमुख चौक-चौराहों से होकर गुजरने वाले बच्चों का पोलियो की दवा पिलाने का काम करेंगी। घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिये कुल 1402 टीकाकरण दल का गठन किया गया है। अभियान की सफलता को लेकर कुल 515 पर्यवेक्षक बहाल किये गये हैं। वहीं ईंट भट्ठा, बाजार सहित अन्य जगहों पर बच्चों को दवा पिलाने के लिये कुल 40 मोबाइल टीम गठित किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।