बेसा प्रखंड के तीरगाछी से बीरपुर (मीरपुर) पथ में उच्च स्तरीय पीसीसी पुल निर्माण कार्य लंबाई 3.970 किलोमीटर प्रा० राशि 345.286 लाख के सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार साफ तौर पर दिखाई दे रही है सड़क निर्माण से लेकर पुल निर्माण तक मैं संवेदक द्वारा काफी गड़बड़ी की जा रही है मामले में स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क से लेकर पुल निर्माण में अनियमित्ता का का आरोप ठेकेदार पर लगाया और विरोध किया है ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई के सड़क निर्माण की स्तरीय जांच कराने की मांग की है गौरतलब है कि तिरगाछी से मीरपुर पद में उच्च स्तरीय पीसीसी पुलनिर्माण कार्य सीमा तक लगभग 54.05 km पैक विशेष कार्य हो रहा है पीएमजीएसवाई रोड निर्माण कार्य के तहत पिचिंग सहित जगह-जगह गाडवाल व पुल पुलिया का निर्माण कार्य प्रगति पर है जिसमें स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण कार्य में संवेदक की तरफ से भारी अनियमितता बरती गई है लोगों मैं घटिया मरम्मत कार्य का आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की है वहीं वीरपुर सीमा तक होने वाले सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर भी ग्रामीणों ने सवाल खड़े किए हैं ग्रामीण का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान अधिकारी कभी भी मौके पर निरीक्षण करने नहीं आते हैं और ना ही उसका कोई सहायक उपस्थित रहता है सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहे हैं और निर्माण के दौरान पूरी गुणवत्ता को दरकिनार कर दिया है नवनिर्मित सड़क के दम तोड़ने लगी है ग्रामीणों ने अभी तक हुए निर्माण कार्य की जांच कराने सहित गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण कराने की मांग की है ग्राम पंचायत तीरगाछी से मीरपुर तक सड़क समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग को दूर करने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 54.05 पुल निर्माण किया जा रहा है सड़क को लेकर अपनी वर्षों पुरानी समस्या दूर होता देख ग्रामीण काफी खुश थे किंतु उनकी खुशी निर्माण कार्य की खराब गुणवत्ता देख काफुर हो गई इसे लेकर ग्रामीणों के बीच विरोध के स्वर उठने लगे हैं निर्माण के दौरान बरती जा रही अनियमितता से लोग खासे नाराज हैं इस संबंध में ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारी पर निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि निर्माण कार्य के दौरान संबंधित अधिकारी निरीक्षण करने मौके पर मौजूद नहीं रहते हैं