दहेज उत्पीड़न से पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
बाराबंकी। एक ओर सरकार महिलाओ की सुरक्षा के लिए महिला सशक्तीकरण जैसे तमाम कार्यक्रम चलाती है वही दहेज उत्पीड़न से पीड़ित एक महिला ने न्याय की आस में दर दर भटकते हुए पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है ।
मामला थाना दरियाबाद के मोहरिया मोहल्ले का है जहां के निवासी मोहम्मद अजीम ने अपनी पुत्री सबीना की शादी करीब 2 वर्ष पूर्व इमरान पुत्र मोहर्रम अली निवासी दशहरा बाग बाराबंकी कोतवाली नगर के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार किया था जिसमें उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार सारे जेवरात सुपर स्प्लेंडर मोटरसाइकिल ₹50000 नगदी भी दिया था परंतु इतने पर भी उसके ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे 22 अगस्त 2021 को जब वह ससुराल में खाना बना रही थी तो उसका पति मोहम्मद इमरान अहमद अली जेठ हसमतुल पत्नी मोहर्रम अली सास रिजवान जेठ सीमा पत्नी रिजवान ननंद अन्नी पत्नी इरशाद ननंद पुत्र अज्ञात निवासी दशहरा बाग सूफिया ननंद पत्नी बुद्ध बहनोई पुत्र भोगे निवासी कानून गोयान घंटा घर आदि ने कम दहेज का ताना देते हुए भद्दी भद्दी गालियां दिया कहा ₹5 लाख और चार पहिया गाड़ी लेकर आओ तो हम यहां पर तुम्हें रहने देंगे इस पर उसने असमर्थता जताई तो लोगों ने लाठी-डंडे से उसकी जमकर पिटाई करते हुए उसे ससुराल से भगा दिया और कहा जब तक पैसा नहीं लाओगी तब तक हम तुम्हें यहां रहने नहीं देंगे 4 फरवरी 2022 को विपक्षी बुलाने के लिए उसके मायके मोहरिया दरियाबाद गये कहने लगे हम लेने आए हैं जिस पर वह जाने को तैयार हो गई इस पर विपक्षी लोंगों ने एक राय होते हुए कहा कि यदि दहेज की मांग पूरी हो गई हो तो हम तुम्हें ले चलते हैं जिस पर उसने असमर्थता जताई तो उसके घर पर ही लाठी-डंडों से विपक्षी मारने पीटने लगे विरोध करने पर उसकी बड़ी बहन को भी मारा-पीटा इमरान व बुद्ध उसे मारते पीटते हुए उसके साथ अश्लील हरकत करने लगे और उसके कपड़ों को फाड़ डाला मौके पर इकट्ठा लोगों ने शोरगुल सुनकर उसकी जान बचाई तब से भुक्तभोगी का पति कह रहा है कि हमने तीन बार तलाक तलाक कह दिया है हम अब तुम्हें अपने यहां नहीं ले जाएंगे किसी बड़े घराने से शादी करेंगे जिसमें अच्छा दहेज भी मिलेगा तब से भुक्तभोगी मानसिक रूप से विक्षिप्त होकर अवसाद ग्रस्त हो गई है जिस के संबंध में उसने पुलिस अधीक्षक बाराबंकी से न्याय की गुहार लगाई है ।