एफसीआई में गेहूं डिलेवरी कराने के बाद नहीं मिला भाड़ा
अम्बेडकरनगर। खरीद किए गए गेहूं की डिलेवरी भारतीय खाद्य निगम की डिपो में कराने के बाद परिवहन भाड़ा का भुगतान करना तो दूर की बात सचिव को चार माह से वेतन के लिए तरसना पड़ रहा है। मामला साधन सहकारी समिति लिमिटेड प्रतापपुर चमुर्खा का है।साधन सहकारी समिति लिमिटेड प्रतापपुर चमुर्खा में गेहूं खरीद वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में बनाए गए गेहूं खरीद में प्रभारी सचिव ने खरीद किया था। प्रभारी सचिव ने डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में कहा कि वर्ष 2020 में 2928 कुन्तल गेहूं की खरीद करने के बाद एफसीआई के विभिन्न गोदामों में डिलेवरी दिया गया जिसमें परिवहन के मद में लगभग एक लाख सत्तर हजार रुपए का भुगतान सचिव की ओर से किया गया। वर्ष 2021 में बनाए गए गेहूं खरीद केन्द्र में 9415 कुन्तल खरीद करने के बाद भारतीय खाद्य निगम को डिलेवरी दिया गया जिसका परिवहन शुल्क 376000 रुपए का भी भुगतान स्वयं इन्होंने किया। परिवहन शुल्क पीसीएफ की ओर से दिया जाना था किन्तु दोनों वर्ष में किसी का भी भुगतान नहीं किया गया। प्रकीर्ण मद में भी प्रभारी सचिव ने 10 हजार रुपए खर्च किए किन्तु उसका भी भुगतान शाखा प्रबन्धक जिला सहकारी बैंक शाखा कटेहरी की ओर भुगतान नहीं किया गया। कहा कि परिवहन शुल्क दिए जाने की बात तो दूर अक्तूबर माह से लेकर जनवरी माह यानि चार माह से वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। सचिव से डीएम से बकाया भुगतान कराने की मांग की है। मामले की शिकायत निबन्धक सहकारिता उत्तर प्रदेश एवं सहायक आयुक्त सहकारिता अयोध्या मंडल से की है।परिवहन के मद में भुगतान कराने के लिए पत्राचार किया गया है। धन आने के बाद सचिव को भुगतान करा दिया जाएगा। खर्च किए धन की डिमांड बिलम्ब से करने के चलते भुगतान नहीं हो सका था।
सुशील कुमार प्रबन्धक पीसीएफ अम्बेडकरनगर