स्लग, हरीश रावत कि हार ।
रिपोर्टर, जफर अंसारी
स्थान, लालकुआ
एंकर, लालकुआ उत्तराखंड चुनाव के नतीजे लगातार सामने आ रहे हैं और कांग्रेस के लिए बेहद चिंताजनक खबर यह आई कि पूर्व सीएम हरीश रावत इस बार भी चुनाव हार गए. हरीश रावत इस बार लालकुआं सीट से चुनाव मैदान में उतारे गए थे, जहां उनका विरोध भी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया था. कांग्रेस से टिकट पाने की आस लगाए बैठीं संध्या डालाकोटी ने पार्टी के खिलाफ बगावत भी कर दी थी. बहरहाल, अब चुनाव के नतीजे सामने आए हैं और हरीश रावत को बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट ने हरा दिया है।
वीओ,,,बताते चलें कि मोहन बिष्ट वो नेता हैं, जिन्हें भाजपा ने 6 साल के लिए पार्टी से निकाला था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले वह पार्टी में इंट्री हुईऔर हरीश रावत को हराया।
भाजपा के प्रत्याशी मोहन बिष्ट लालकुआं सीट के ही हल्दूचौड़ इलाके से ताल्लुक रखने वाले नेता हैं, जिन्हें ज़मीनी आधार वाला चेहरा माना जाता है. 2019 का जिला पंचायत चुनाव में भाजपा ने इंदर सिंह को कैंडिडेट बनाया था, लेकिन बागी हुए मोहन बिष्ट ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और भाजपा को हरा दिया. तब भाजपा ने उन्हें पार्टी से 6 सालों के लिए निकाल दिया था, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव के टिकट बांटे जाने से ऐन पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पार्टी में उनकी वापसी करवाई थीतबसे माना जा रहा था कि वह चुनाव लड़ेंगे और उन्हें ही टिकट मिला।छात्र जीवन से ही छात्र राजनीति में प्रवेश करने वाले मोहन सिंह उत्तराखंड सहकारी डेयरी फाउंडेशन के प्रमुख भी रह चुके हैं.जनसंपर्क के लिहाज़ से उन्हें ज़मीनी नेता कहा जाता है और लोगों से उनके संपर्क जीवंत बताए जाते हैं हरीश रावत को हराने के बाद माना जा सकता है कि भाजपा की सरकार में उन्हें प्रमुखता मिलना तय है।
वीओ, इधर मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को हर कि आदत पड़ गई है उन्होंने कहा कि हरीश रावत मुख्यमंत्री होते हुए दो जगहों से हर गये अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से हर आगे उन्होंने कहा कि हरीश रावत को किसी क्षेत्र में रहकर जनता की सेवा करनी चाहिए उसके बाद वहा से चुनाव लड़े उन्होंने अपनी जीत पर क्षेत्र कि जनता को धन्यवाद दिया है।
बाईट, डां मोहन सिंह बिष्ट भाजपा विजयी प्रत्याशी।