‘रेडियो’ पर संगोष्ठी आयोजित फारबिसगंज (अररिया) बिहार बाल मंच, फारबिसगंज के द्वारा स्कूली बच्चों के लिए विज्ञान आधारित कार्यक्रम श्रृंखला की पहली कड़ी में ‘रेडियो’ पर संगोष्ठी आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर सुधीर सागर अभिभावक ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय गान – जन-गण- मन के सामूहिक रूप से गायन से हुआ। फिर मंच के संचालक विनोद कुमार तिवारी एवं अरविंद ठाकुर ने बच्चों को ‘रेडियो’ के बारे में बताया कि भारतीय वैज्ञानिक डॉक्टर जगदीश चंद्र बोस के द्वारा इजाद किए गए। वायरलेस रेडियो जैसे यंत्र से ही रेडियो का विकास हुआ, लेकिन अपने नाम से पेटेंट करा लेने के चलते रेडियो के आविष्कार का श्रेय इटली के वैज्ञानिक गुल्येल्मो मार्कोंनी को दिया गया। सन् 1918 में न्यूयॉर्क के हाइ ब्रिज इलाके में दुनिया का पहला रेडियो शुरू हुआ था। भारत में पहली बार न्यूज़ बुलेटिन 19 जनवरी 1936 को ब्राॅडकास्ट किया गया था एवं 1941की पहली नवंबर को महान् क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ‘रेडियो’ पर कहा था- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। छात्रा सुश्री सिमरन ने कहा कि टी•वी• के चलते आजकल ‘रेडियो’ की उपयोगिता बहुत कम हो गई है मगर भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का कार्यक्रम ‘मन की बात’ की वजह से रेडियो का उपयोग बढ़ने लगा है। पहले तो किसान रेडियो गले में लटका कर हल जोतते थे। बीड़ी बनाने वाले मजदूर भी खेलों के कमेंट्री ,गाना और समाचार आनंद पूर्वक सुना करते थे।