सावित्री बाई की पुण्यतिथि पर जन जागरण शक्ति संगठन की महिला रैली
नुक्कड़ सभा में दिया सभी जाति धर्म की औरतों के लिए एकता का सन्देश
अररिया
गुरुवार को सावित्री बाई फुले की पुण्यतिथि पर जन जागरण शक्ति संगठन की ओर से “महिला आजादी मार्च” निकाला गया जिसका नेतृत्व महिलाओं ने किया. रैली जयप्रकाश नगर से निकलकर बस स्टैंड होते हुए चांदनी चौक पहुंची जहाँ एक सभा हुई. ज्ञात हो की 10 मार्च को भारतीय महिलाओं के संघर्ष का एक विशेष दिन है. आज महिला शिक्षा की अग्रणी सावित्री बाई फुले की पुण्यतिथि है।
रैली और सभा में शामिल 12 फीट की कठपुतलीओं “एकता” ने लोगों का ध्यान खूब आकर्षित किया और महिला एकता का सन्देश देती रही ।
सभा को कई महिला नेत्रियों ने संबोधित किया. श्रमिक यूनियन से जुडी किरण झा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि “महिलाओं को इस समाज में दोयम दर्जे का बनाने का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। पित्रसत्ता और पुरुषप्रधानता के चलते महिलाओं को राजनैतिक और सामाजिक अधिकारों से वंचित ही रखा गया है।
अररिया की मंडावी देवी ने कहा कि “घरों में ही औरतों का शोषण शुरू हो जाता है. यह वह पहली जगह है जहाँ उनके काम का कोई मोल नहीं समझा जाता.” उन्होंने कहा कि “ना तो औरतों के खुद के शरीर पर उनका हक़ होता है ना ही फ़ैसलों पर । इसीलिए जब वो बाहर भी निकलती है तो उसका शोषण ही होता है।”
रैली में शामिल डोली ने “तोड़ दो तोड़ दो जाती की जंजीरे” गीत ले कर आयोजन में जान डाल दी. फूल कुमारी ने अपनी बात रखते हुए जाती विनाश को महिला संघर्ष से जोड़ते हुए कहा “बिना जाती की दीवार तोड़े, महिला को आज़ादी नहीं मिल सकती”.उषा देवी सहित अन्य साथियों ने सावित्री बाई की सहयात्री फातिमा शेख को याद किया और कहा की सब औरतों को एक साथ आने की ज़रुरत है और एक दुसरे का साथ दने की ज़रुरत है।
“सावित्री तेरे सपनों को मंजिल तक पहुंचाएंगे!” “फातिमा तेरे सपनों को, मंजिल तक पहुंचाएंगे” “न्याय समानता हो आधार ऐसा रचेंगे हम संसार” के नारों से सभा गुंजायमान रहा. नुक्कड़ सभा में स्थानीय अररिया निवासी धूप के बावजूद डटे रहे।
जे एस एस के पूर्व महासचिव और वार्ड पार्षद रणजीत पासवान और वर्तमान महासचिव महासचिव शिवनारायण ने सभा को संबोधित करते हुए महिला संघर्ष को अपना समर्थन दिया।
चांदनी चौक पर कार्यक्रम का सञ्चालन युवा नेत्री जैमंती और डोली द्वारा किया गया. सभा में युवा साथी सब्यसाची और पवन का सहयोग रहा. रीना देवी, नीला देवी, सरस्वती देवी, कामायनी स्वामी, तन्मय सहित विभिन्न साथियों ने गीत और नारों में अपनी ऊर्जा दिखाई।
इस मौके पर जन जागरण शक्ति संगठन की ओर से डोली, तन्मय, मांडवी देवी, कामायनी स्वामी, उषा देवी, संजीदा खातून, फूलकुमारी देवी, रीना देवी और जेजेएसएस के साथी मौजूद थे।