जांजगीर चांपा, 15 मार्च,2022/ यार किया जा रहा है। जिसमें गुलाब, गंेदा, चांदनी, रात रानी के फूल, टेशू के फूलों सहित त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाने वाली पत्तियां सहित पालक, लाल भाजी का उपयोग किया गया है। समूह की महिलाएं कलेक्टोरेट एवं जिला पंचायत में गुलाल के स्टॉल लगाएंगे एवं जनपद पंचायत कार्यालय के साथ ही ग्राम पंचायतों में स्टॉल लगाकर विक्रय भी करेंगी। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने लोगों से अपील की है कि वे समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए गए हर्बल गुलाल को खरीदकर उनका हौंसला बढ़ाए।
होली रंगों का त्योहार है और रंगों का विशेष महत्व है, लेकिन केमिकल रंगों के कारण होली का रंग फीका हो रहा है, ऐसे में होली के रंगों, त्योहार के आनंद को बरकरार रखने के लिए समूह की दीदियों द्वारा गांव-गांव में हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है। जिपं सीईओ ने कहा कि रसायनिक एवं अन्य पदार्थों से निर्मित रंग, गुलाल से त्वचा संबंधी खतरा होने की संभावना रहती है, लेकिन हर्बल गुलाल से त्वचा एवं अन्य शारीरिक नुकसान होने का खतरा नहीं रहता।
कलेक्टोरेट एवं जिला पंचायत में लगेंगे स्टाल
विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिला पंचायत में हर्बल गुलाल का स्टाल लगाया जाएगा। वहीं इस बार कलेक्टोरेट में भी महिला स्व सहायता समूह द्वारा गुलाल का स्टाल लगाया जाएगा। कलेक्टोरेट एवं जिला पंचायत में बलौदा ब्लाक चारपारा कलस्टर ग्राम पंचायत हरदीविशाल, रानी दुर्गावती समूह द्वारा लगाया जाएगा। जिसमें सभी प्रकार के गुलाल लगाए जाएंगे।
पालक से हरा, तो चुकंदर से लाल गुलाल
महिलाओं के द्वारा पिछले दो माह से गुलाल तैयारी की जा रही है। ग्राम पंचायत किकिरदा की आस्था स्व सहायता समूह की महिला सदस्यों ने बताया कि फूलों, पत्तियों एवं भाजियों के माध्यम से विभिन्न रंगों की गुलाल तैयार की गई है। जहां हरा रंग का गुलाल बनाने के लिए पालक भाजी, तुलसी, हरी पत्तियों का उपयोग किया गया है, तो वहीं लाल गुलाल बनाने के लिए चुकन्दर का रस, मदार के फूल को उपयोग में लाया गया है। इसी तरह से पीला गुलाल के लिए हल्दी, चंदन, गेंदा फूल से बनाया है। इन फूलों का सुखाकर उसके बाद पीसकर फिर छानकर गुलाल को कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया गया हैं। सूरज महिला ग्राम संगठन जैजैपुर की महिलाओं द्वारा हरा, पीला, लाल एवं सभी तरह के गुलाल तैयार किये जा रहे हैं। बलौदा ब्लाक चारपारा कलस्टर ग्राम पंचायत हरदीविशाल, रानी दुर्गावती समूह की महिलाओं द्वारा 80 किलोग्राम गुलाल तैयार किया गया, जिसमें से 50 किलोग्राम गुलाल की बिक्री की जा चुकी है। सक्ती विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जर्वें की सर्वमंगला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा विभिन्न रंगों के गुलाल तैयार किये जा रहे हैं। पॉलीथीन में पैक करके गांव के हाट बाजारों में पहुंचाया जा रहा है।