एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन के बाद कांग्रेस प्रत्याशी तौसीफ आलम पहुंचे अररिया
महागठबंधन तोड़ने के लिए सीधे तौर पर तेजश्वी को ठहराया जिम्मेवार, सीमांचल के लिए यह सीट बताया महत्वपूर्ण
अररिया
एमएलसी चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी तौसीफ आलम मंगलवार को पूर्णिया में नामांकन देने के बाद अररिया पहुंचे। गांधी आश्रम स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में उन्होंने पार्टी संगठन से जुड़े नेता व कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए।पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी के लिए यह चुनाव प्रीतिष्ठा से जुड़ा है।ऐसे में पार्टी के सभी नेता को सीधे तौर पर जनप्रतिनिधियों से जुड़ना होगा । उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में अररिया ,पूर्णिया व किशनगंज जिला शामिल है। तीन जिलों में यह काफी बड़ा क्षेत्र है,जबकि समय बहुत कम है।ऐसे में पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं को काफी मेहनत करने की जरूरत है।महागठबंधन पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि बिहार में गठबंधन तोड़ने के लिए राजद नेता तेजश्वी यादव सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उन्होंने सभी 24 सीट पर बगैर गठबंधन धर्म का पालन किये ही राजद के उमीदवार उतार दिया। काफी इंतेजार के बाद मजबूरी में कांग्रेस ने अपना उमीदवार दिया है। अब ऐसे समय में सभी कांग्रेस साथी के मान सम्मान और प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। बहादुरगंज विधान सभा से लगातार 4 बार पार्टी विधायक रह चुके तौसीफ आलम ने कहा कि पूंजीवादी पार्टी के प्रत्याशी लगातार 12 वर्ष से धनबल के बदौलत सत्ता का सुख भोग रहे हैं । उन्होंने दावे के साथ कहा कि निवर्तमान विधान पार्षद ने जिला के किसी भी क्षेत्र में एक भी विकास का कार्य नहीं किया है। सम्मानित जनप्रतिनिधि इसबार उन्हें निश्चित रूप से सबक सिखाने के मूड में है।उन्होंने बताया कि मैं जनप्रतिनिधि के मान सम्मान में कोई कमी नहीं आने दूंगा। मौके पर पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी,पूर्व जीप अध्यक्ष किशनगंज फैयाज आलम,पार्टी प्रवक्ता सिबतैन आलम,मासूम रेजा,निरंजन सिंह ,शंकर साह,जफरुल हसन ,खालिद हुसैन ,शमशेर दारा,नसीम,अलीम उद्दीन ,मासूम अंसारी,लुकमान ,साबिर आलम ,जाफर आदि कोंग्रेस नेता भी अपने विचार प्रकट किया।